ऊना में गौ रक्षकों द्वारा दलित युवको पर हुए अत्याचार के बाद हिंदुत्व ताकतों के खिलाफ आंदोलन के बड़े नेता बनकर उभरे जिग्नेश मेवानी ने अाम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
शनिवार को पार्टी से इस्तीफा देने के बाद जिग्नेश ने कहा कि उनके और ‘आप’ पार्टी के बीच कोई लड़ाई नहीं है।
उन्होंने कहा , ‘आम आदमी पार्टी के लोग मेरी बात को मान गए हैं। आम आदमी पर्टी भी यही चाहती है कि दलित आंदोलन खुद ही आगे बढ़े। मैं साफ करना चाहता हूं कि ‘आप’ पार्टी ने मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया हैं’
ऊना में दलितों पर हुए अत्याचार के बाद जिगनेश ने ही दलित लोगों को समाज की गंदगी उठाने से मना किया था। इसमें तय हुआ था कि दलित समुदाय के लोग ना तो मैला उठाएंगे और ना ही मरे हुए पशुओं को लेकर जाएंगे।
गौरतलब है कि 11 जुलाई को हुिंदुत्व के लोगों ने गाय की चमडी़ की तस्करी के शक में दलित युवकों की पिटाई कर दी थी। जिसके बाद गुजरात में एक बड़ा आंदोलन शुरू हो गया था और अचानक गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने इस्तीफा दे दिया था