भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव की मुश्किल बढ़ सकती है। क्योंकि, यादव के खिलाफ चेक बाउंस के मामले में पटना की एक स्थानीय अदालत ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। चेक बाउंस होने के बाद उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उन पर जमीन खरीदने के बाद रुपये नहीं देने का आरोप है। भूमि विक्रेता मृत्युंजय नाथ पांडे ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। कई तारीखों में पेशी पर नहीं आने के बाद खेसारी लाल यादव के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, भोजपुरी सिंगर खेसारी लाल यादव ने जून 2019 में जिले के राशुलपुर थाना अंतर्गत असाहनी गांव निवासी मृत्युंजय नाथ पांडेय से जमीन खरीदी थी और इसकी रजिस्ट्री 4 जून 2019 को की गई थी।
पांडे ने कहा, खेसारी लाल यादव को 22.07 लाख रुपये की कीमत पर जमीन बेची गई थी। उन्होंने मुझे 18 लाख रुपये का चेक दिया था, जिसे मैंने 20 जून 2019 को अपने बैंक खाते में जमा किया था। वह चेक बैंक से 24 जून को वापस कर दिया गया था। मैंने इसे 27 जून, 2019 को फिर से जमा किया और यह फिर से बाउंस हो गया।
पांडे ने कहा, जब यादव के साथ चीजों को सुलझाने के मेरे बार-बार प्रयास विफल रहे, तो मेरे पास राशुलपुर पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ जालसाजी की शिकायत दर्ज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। मामले की सुनवाई सारण जिले के जिला अदालत छपरा में शुरू हुई।
जिला अदालत ने उन्हें 22 जनवरी, 2021 को तलब किया लेकिन वह जवाब देने में नाकाम रहे। अदालत ने तब 25 फरवरी, 2021 को जमानती धाराओं के तहत वारंट जारी किया, जिसका कोई जवाब नहीं दिया गया। यादव के कई बार अदालत के सामने पेश नहीं होने के कारण, न्यायमूर्ति संजय कुमार सरोज (प्रथम श्रेणी) की अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया।
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