बिहार: बिना महिला पुलिसकर्मी के पुलिस ने दुल्हन के कमरे-कपड़ों की ली तलाशी, भड़कीं राबड़ी देवी ने वीडियो शेयर कर शराब चेकिंग पर उठाया सवाल; बोलीं- “यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है”

0

पिछले दिनों बिहार में शराब पीने से हुई मौतों के बाद राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से शराबबंदी को लेकर हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद बिहार पुलिस ने शराब की चेकिंग का अभियान तेज कर दिया है। घर-घर शराब तलाशी जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी हो रहे है। लेकिन, इस बीच पुलिस की कार्रवाई को लेकर कुछ सवाल भी उठने लगे हैं।

बिहार पुलिस

दरअसल, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की नेता राबड़ी देवी ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर कर बिहार पुलिस पर बिना महिला पुलिसकर्मियों के दुल्‍हन के कमरों और कपड़ों की तलाशी लेने का आरोप लगाया है। वायरल वीडियो में पुलिस बिना महिला सिपाही के दुल्हन के कमरे में जाकर तलाशी अभियान चला रही है और उसके कपड़ों तक की तलाशी लेती दिख रही है। राबड़ी के इस आरोप से बिहार की सियासत में शराबबंदी और इसे लेकर सरकार के ताजा अभियान पर नए सिरे से बहस तेज हो गई है।

पूर्व सीएम द्वारा शेयर किया गया वीडियो एक होटल का है, जहां किसी लड़की की शादी है। ऐसे में पुलिस अचानक शराबबंदी के तहत रेड मारती है और सभी कमरों की तलाशी लेती दिख रही है। इस बीच एक पुलिस अधिकारी दुल्हन के कमरे की जांच करता भी दिख रहा है। वीडियो में कोई महिला पुलिस दिखाई नहीं दे रही है। हालांकि, दुल्हन के रिश्तेदार वीडियो में दिखाई दे रहे हैं।

राबड़ी देवी ने वीडियो शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, “बिहार पुलिस शराबबंदी के नाम पर बिना महिला पुलिसकर्मियों के दुल्हन के कमरों और कपड़ों की तलाशी ले रही है। यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है। बिहार में शराब कैसे व क्यों पहुँच रही है, कौन पहुँचा रहा है? उसकी जाँच और खोजबीन नहीं लेकिन उल्टा सनकी सरकार महिलाओं को ही परेशान कर रही है?”

राबड़ी ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “अब लोग शादी करें या तानाशाह की सनक मिटाए। बिहार पुलिस, शराब माफिया और सरकार के गठजोड़ से ये खुद शराब मँगवाते, बेचते और बिकवाते है। उस पर कारवाई ना करने की बजाय आम नागरिकों को परेशान करना, उनकी निजता का उल्लंघन कर उनके निजी जीवन में अतिक्रमण करना कौन सा क़ानून है? CM जवाब दें।”

गौरतलब है कि, हाल में बिहार के अलग-अलग जिलों में जहरीली शराब की वजह से कई लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने एक-एक जिले में शराबबंदी की समीक्षा और राज्‍य में एक बार फिर 2016 की तरह का अभियान चलाकर शराब माफिया और शराब पीने-पिलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया। इसके बाद से बिहार पुलिस लगातार छापामारी कर रही है।

[Please join our Telegram group to stay up to date about news items published by Janta Ka Reporter]

Previous articleIOC comes to China’s rescue on Peng Shuai’s whereabouts, WTA not convinced
Next article“Qubool Hai”: Maharashtra Minister Nawab Malik’s fresh expose on Sameer Wankhede’s Muslim identity