झारखंड: BJP समर्थक अभिनेत्री कंगना रनौत और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के खिलाफ धनबाद की अदालत में दो अलग-अलग मामले दर्ज

0

देश की आजादी को लेकर भाजपा समर्थक बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा पिछले दिनों दिए गए विवादित बयान और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद की किताब में हिन्दुत्व पर की गई टिप्पणी को लेकर झारखंड की धनबाद जिला अदालत में दो अलग-अलग वाद दर्ज कराए गए हैं। दोनों के खिलाफ जनभावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कोर्ट से कार्रवाई की गुहार लगाई गई है।

कंगना रनौत

धनबाद के पांडरपाला निवासी इजहार अहमद उर्फ बिहारी की तरफ से कंगना रनौत के खिलाफ कोर्ट में दायर शिकायतवाद में कहा गया है कि उन्होंने देश के लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत और कुर्बानी का अपमान तो किया ही है, उनकी टिप्पणी से देश के सम्मान को भी ठेस पहुंची है। शिकायतवाद में इस बयान को लेकर भाजपा नेता वरुण गांधी द्वारा की गई आलोचना का हवाला देते हुए इसे देशद्रोह का मामला बताया गया है। इस वाद पर अदालत में 20 नवंबर सुनवाई होगी।

उधर झरिया निवासी अधिवक्ता शिव कुमार ने कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद द्वारा उनकी पुस्तक में हिन्दुत्व की तुलना कथित रूप से इस्लामिक संगठन बोको हराम और आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से किए जाने को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताते हुए धनबाद की अदालत में शिकायत वाद दायर किया है।

शिकायतवाद में कहा गया है कि खुर्शीद द्वारा किताब में लिखे गए वाक्य से दो संप्रदायों के बीच के सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश की है। शिकायतवाद में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को भी मामले में अभियुक्त बनाने की मांग की गई है, क्योंकि इन दोनों ने खुर्शीद की टिप्पणी का समर्थन किया था। अदालत में इस मामले में 18 नवंबर को सुनवाई होगी।

वहीं, महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि कांग्रेस पदाधिकारी और पूर्व मंत्री नसीम खान ने कंगना रनौत के खिलाफ पुलिस स्टेशन में मुकदमा भी दर्ज करवाया है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के बारे में आपत्तिजनक बयान देने वाली कंगना और उनका समर्थन करने वाले लोगों को देश की जनता माफ नहीं करेगी।

बता दें कि, भाजपा समर्थक अभिनेत्री को हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री से नवाज़ा था जिसके दो दिन बाद उन्होंने आज़ादी को लेकर बयान दे दिया। रनौत ने पिछले हफ्ते कहा था कि 1947 में भारत को आजादी नहीं, बल्कि ‘भीख’ मिली थी, असली स्वतंत्रता 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई। (इंपुट: IANS के साथ)

[Please join our Telegram group to stay up to date about news items published by Janta Ka Reporter]

Previous articleसोनीपत: विधवा के साथ कथित बलात्कार का अश्लील वीडियो बनाया, महिला ने की आत्महत्या
Next articleहरियाणवी डांसर सपना चौधरी के खिलाफ लखनऊ कोर्ट ने जारी किया गिरफ्तारी वारंट, जानें क्या है पूरा मामला