बिहार की राजधानी पटना में मुस्लिम कारीगर छठ पूजा के लिए मिट्टी के चूल्हे तैयार कर रहे हैं। महिला कारीगरों का कहना है कि वो पिछले कई सालों से चूल्हे बना रहे हैं और लोग इस चूल्हे को खरीदने के लिए दूर-दूर से यहां आते हैं। हम सफाई का बहुत ध्यान रखते हैं।
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए महिला कारीगर उमेदा खातून ने बताया, “60 सालों से हम चूल्हे बना रहे हैं। लोग चूल्हे दूर-दूर से खरीदने आते हैं। हम सफाई का बहुत ध्यान रखते हैं। ये मिट्टी खेतों से लाकर चूल्हे तैयार किए जाते हैं।”
बिहार: पटना में मुस्लिम कारीगर छठ पूजा के लिए मिट्टी के चूल्हे तैयार कर रहे हैं।
महिला कारीगर उमेदा खातून ने बताया, "60 सालों से हम चूल्हे बना रहे हैं। लोग चूल्हे दूर-दूर से खरीदने आते हैं। हम सफाई का बहुत ध्यान रखते हैं। ये मिट्टी खेतों से लाकर चूल्हे तैयार किए जाते हैं।" pic.twitter.com/vdfgJAFApi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 6, 2021
वही, एक अधेड़ मुस्लिम महिला आसमां बताती हैं कि दो दशकों से वो चूल्हों का निर्माण कर रही हैं। वो सुबह-सुबह नहाने के बाद से ही चूल्हे बनाने में लग जाती हैं। यहां मिट्टी से बने चूल्हे की कीमत 100 रुपए से लेकर दो सौ रुपए तक है।
बता दें कि, छठ पूजा की पहचान साफ सफाई और पवित्रता के लिए भी होती है। लगभग सभी समुदाय के लोग इस महान पर्व में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं। छठ पूजा का पर्व बिहार में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।