राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने शनिवार सुबह एक ट्वीट करके दावा किया कि आर्यन खान को समीर दाऊद वानखेड़े ने किडनैप किया था और उनसे फिरौती मांगी थी। मलिक ने कहा कि मैंने आर्यन खान मामले में एसआईटी जांच की मांग की थी और अब दो विशेष जांच दल (SIT) गठित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि देखते हैं अब कौन वानखेड़े और उसकी प्राइवेट आर्मी का बेनकाब करता है।
नवाब मलिक ने अपने ट्वीट में कहा, “मैंने आर्यन खान से अपहरण और फिरौती की मांग के लिए समीर दाऊद वानखेड़े की जांच के लिए एसआईटी जांच की मांग की थी। लेकिन अब दो स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम बनाई गई हैं। एक टीम केंद्र सरकार की तरफ से बनाई गई है, जबकि दूसरी राज्य सरकार की तरफ से। देखते हैं इनमें से कौन सी एजेंसी वानखेड़े के काले कारनामों की पोल खोलती है और उन्हें तथा उनकी खुराफाती प्राइवेट आर्मी को बेनकाब करती है।”
I had demanded an S.I.T probe to investigate Sameer Dawood Wankhede for kidnapping of & ransom demand from Aryan Khan.
Now 2 S.I.Ts are constituted (state & centre), let us see who brings out the skeletons from the closet of Wankhede and exposes him and his nefarious private army— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) November 6, 2021
बता दें कि, मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले में बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी से जुड़े मामले से विवादित नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अधिकारी समीर वानखेड़े को हटा दिया गया है। वानखेड़े को आर्यन खान समेत छह मामलों की जांच से अलग कर दिया गया है। अब इस मामले की जांच वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजय कुमार सिंह करेंगे।
आर्यन खान से जुड़े मामले से हटाए जाने के बाद समीर वानखेड़े ने कहा कि, “मुझे जांच से नहीं हटाया गया है। अदालत में मेरी रिट याचिका थी कि मामले की जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से कराई जाए। आर्यन खान और समीर खान मामले की जांच दिल्ली एनसीबी की एसआईटी कर रही है। यह दिल्ली और मुंबई की एनसीबी टीमों के बीच को-ऑर्डिनेशन है।”
इस खबर के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर फिर से हमला बोला है। वानखेड़े के बयान के बाद नवाब मलिक ने ट्वीट कर कहा है कि या तो एएनआई (न्यूज एजेंसी) समीर वानखेड़े को गलत तरीके से कोट कर रहा या फिर समीर वानखेड़े देश को गुमराह कर रहे हैं।
एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि समीर वानखेड़े की ओर से अदालत में याचिका दायर कर ये कहा गया था कि उनके खिलाफ जबरन वसूली और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की ओर से की जानी चाहिए।
नवाब मलिक के मुताबिक, समीर वानखेड़े की ओर से कोर्ट में कहा गया था कि उनके खिलाफ आरोप की जांच किसी केंद्रीय एजेंसी से कराई जाए, मुंबई पुलिस से नहीं। उन्होंने बताया कि कोर्ट ने समीर वानखेड़े की ये याचिका खारिज कर दी थी। नवाब मलिक ने आगे लिखा है कि देश को सच्चाई पता होनी चाहिए।
Either @ANI is misquoting Sameer Wankhede or he is misleading the Nation.
He filed a writ petition in court asking the investigation on him for extortion & corruption should be conducted by CBI or NIA, not by Mumbai Police.
Court rejected his petition.
Nation must know the truth https://t.co/rVO0tPDjDf— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) November 5, 2021
बता दें कि, आर्यन खान ड्रग्स मामले में समीर वानखेडे़ पर 8 करोड़ रुपये की रिश्वत मागने का गंभीर आरोप लगा है। एनसीबी के एक गवाह प्रभाकर सेल ने एक हलफनामे में आरोप लगाया था कि वानखेड़े को 8 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना था। सेल के आरोपों के कुछ दिनों बाद सैम डिसूजा ने बॉम्बे हाई कोर्ट के सामने दावे की पुष्टि करते हुए कहा था कि उसने वास्तव में शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी से 50 लाख रुपये लिए थे।
बता दें कि, किरण गोसावी वहीं शख्स है जिसकी शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान के साथ एक सेल्फी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो गई थी जब वह एनसीबी की हिरासत में थे। खुद को किरण गोसावी का बॉडी गार्ड बताने वाले प्रभाकर सेल द्वारा आर्यन खान का मामला 25 करोड़ में दबाने की बात सामने आने के बाद से गोसावी को गवाह बनाने को लेकर एनसीबी पर भी सवाल उठ रहे थे।