राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी से जुड़े मामले की जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े पर एक और बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि, समीर वानखेड़े ने फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए सरकारी नौकरी हासिल की है।
नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर आरोप लगाते हुए मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। नवाब मलिक ने दावा किया कि जो सर्टिफिकेट उन्होंने ट्वीट कर शेयर किया है वो असली है। इसके साथ ही मलिक ने यह भी कहा कि अगर उनके द्वारा पेश किया गया सर्टिफिकेट फर्जी है तो फिर जो असली है उसे समीर वानखेड़े और उनके पिता सबके सामने लाएं। उन्होंने कहा कि समीर वानखेड़े के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
नवाब मलिक ने कहा कि मुझे एक एनसीबी अधिकारी का पत्र मिला है। मैं डीजी नारकोटिक्स को यह पत्र भेजकर अनुरोध कर रहा हूं कि इस पत्र को एनसीबी के समीर वानखेड़े पर की जा रही जांच में शामिल किया जाए। हम मांग करते हैं कि जांच होनी चाहिए। नवाब मलिक ने आगे कहा कि एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े मुंबई और ठाणे में दो निजी लोगों के माध्यम से कुछ लोगों के मोबाइल फोन अवैध रूप से इंटरसेप्ट कर रहे हैं।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि, पिता जी के नाम का लाभ समीर वानखेड़े ने आज तक गलत तरह से लिया है, हम इसकी शिकायत करेंगें। आज तक जितनी भी तनख्वाह ली है वो उनको वापस करनी पड़ेगी, पेंशन भी बंद होगी। सिर्फ एक मामला नहीं है, हमें लगता है कि दो शिकायत होंगी।
इसके साथ ही मलिक ने दावा करते हुए कहा कि, समीर वानखेड़े इस शहर में 2 लोगों के जरिए फोन टैप कर रहा है। लोगों के फोन को कहीं न कहीं इंटरसेप्ट किया जा रहा है। 2 प्राइवेट लोग हैं, एक मुंबई शहर में है और एक ठाणे में है। हम लोगों के सामने रखेंगे कि कैसे समीर वानखेड़े गलत तरह से लोगों का फोन टैप कर रहा है।
नवाब मलिक ने आगे कहा कि, मैं आह्वान करता हूं कि वानखेड़े मेरे खिलाफ मानहानि का मामला करें। मैं अपना केस लड़कर इनका फर्ज़ीवाड़ा सामने लाऊंगा… 100-200 करोड़ की बात न करें, 10% स्टैंप ड्यूटी भरनी होती है, आपके पास 2 नंबर के हज़ारों करोड़ हो सकते हैं, लेकिन स्टैंप ड्यूटी भरने का कागज नहीं होगा।
नवाब मलिक ने कहा कि जब मंत्री होते हुए मेरे दामाद को फर्जी तरीके से फंसाया जा सकता है। तो आम जनता के साथ में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो कैसा बर्ताव करता होगा। मेरी लड़ाई अन्याय के खिलाफ है। बीते 8 महीनों से मैं और मेरा परिवार इस मामले में सबूत इकट्ठा कर रहा था और वही सबूत अब धीरे-धीरे हम सबके सामने रख रहे हैं।