उत्तर प्रदेश के आगरा में 19 अक्टूबर को पुलिस हिरासत में हुई सफाई कर्मचारी की मौत के बाद उनके परिवार से मिलने जा रही कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के काफिले को पुलिस ने लखनऊ में रोक लिया।
आगरा जाने से काफिले को रोकने पर प्रियंका गांधी ने कहा, “वो कहते हैं कि मैं आगरा नहीं जा सकती। मैं जहां भी जाती हूं वो मुझे रोकते हैं। क्या मुझे रेस्टोरेंट में बैठे रहना चाहिए? सिर्फ इसलिए कि यह उनके लिए राजनीतिक रूप से सुविधाजनक है? मुझे उनसे मिलना है, कौन सी बड़ी बात है?”
प्रियंका गांधी ने कहा कि, “पुलिस की खुद स्थिति यह हो गई है कि वे कुछ कह नहीं पा रहे हैं। उनके अधिकारी भी जानते हैं कि ये गलत है इसके पीछे कुछ कानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं है। हर जगह कहते हैं कि धारा-144 है।”
WATCH: Priyanka Gandhi Vadra stopped from going to Agra to meet the family members of Arun Valmiki, who died in police custody. pic.twitter.com/0YRfV4ZDf7
— Janta Ka Reporter (@JantaKaReporter) October 20, 2021
उत्तर प्रदेश के आगरा में 19 अक्टूबर को पुलिस हिरासत में हुई सफाई कर्मचारी की मौत के बाद उनके परिवार से मिलने के लिए प्रियंका गांधी आगरा जा रही थी। इसे लेकर प्रियंका ने ट्वीट भी किया था।
उन्होने अपने ट्वीट में लिखा था, “किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है। उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले।”
किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है?
आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है। भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है
उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 20, 2021
बता दें कि, इससे पहले हाल ही में प्रियंका लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए पीड़ितों के परिवार से मिलने जा रही थीं तो भी उन्हें रोककर हिरासत में ले लिया गया था। उस समय प्रियंका ने कहा था कि उन्हें बिना किसी आधार के हिरासत में रखा गया है।
बता दें कि, आगरा के थाना जगदीशपुरा में मालखाने से 17 अक्तूबर को 25 लाख रुपये गायब हुए थे। इसके बाद पुलिस ने थाने में आने वाले सफाई कर्मी अरुण को हिरासत में लिया था। मंगलवार देर रात उसकी तबीयत खराब हुई और मौत हो गई। इस घटना के बाद शहर में माहौल गर्मा गया है।