उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को रौंदने का मुख्य आरोपी और केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा शनिवार को अपने बयान को रिकॉर्ड करने के लिए पुलिस के सामने पेश हुआ। उनके बहुत से समर्थक लखीमपुर खीरी में अपराध शाखा कार्यालय तक पहुंच गए हैं, जहां आशीष मिश्रा से पूछताछ की जा रही है। वहीं, सुरक्षा कारणों के वजह से अगले आदेश तक इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
आशीष मिश्रा को 8 अक्टूबर को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया गया था, लेकिन वह नहीं पहुंचे थे। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने उन्हें एक दिन की मोहलत और दी थी। दूसरी समन जारी होने के बाद, आशीष मिश्रा शनिवार को पुलिस के सामने पेश हुए। इस बार, नोटिस ने आशीष मिश्रा को भी चेतावनी दी कि यदि वह पेश होने में विफल रहते हैं, तो उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
माना जा रहा है कि अगर पुलिस आशीष के जवाब से संतुष्ट नहीं होती है तो उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। इसको देखते हुए लखीमपुर खीरी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इससे पहले आशीष मिश्रा के वकील अवधेश कुमार ने कहा कि उनके मुवक्किल आज पुलिस के सामने पेश होंगे, उन्होंने कहा कि हम नोटिस का सम्मान करेंगे और जांच में हरसंभव सहयोग करेंगे।
इससे पहले केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी ने शुक्रवार को अपने बेटे आशीष का बचाव किया था। उन्होंने कहा था कि मेरा बेटा कहीं नहीं गया, वो शहपुरा में अपनी कोठी में है। आपको विश्वास नहीं है तो लखीमपुर चलो। दूसरे राजनीतिक दल होते तो जितने बड़े पद पर मैं हूं उनके बेटे के खिलाफ FIR भी दर्ज नहीं होती। हम मामले में FIR दर्ज करेंगे और कार्रवाई भी करेंगे।
मंत्री ने आगे कहा कि जिस तरह से किसानों के भेष में छुपे हुए उपद्रवियों ने घटनास्थल पर लोगों को पीटा है, अगर आप लोगों ने वीडियो देखा होगा तो आपको यह भी विश्वास होगा कि मेरा बेटा भी अगर वहां होता तो उसकी भी हत्या अब तक हो चुकी होती। उनके इस्तीफे की मांग पर मिश्रा ने कहा, “विपक्ष हर मुद्दे पर सिर्फ इस्तीफा चाहता है। जांच शुरू होने दें, सच्चाई की जीत होगी।”