बिहार के बेगूसराय में तीन अपराधियों के पास से बरामद एके-47 राइफल, दो मैगजीन और 188 जिंदा कारतूस कथित तौर पर वर्तमान स्थानीय भाजपा विधायक के एक रिश्तेदार के हैं। पुलिस ने दावा किया कि आरोपियों में से एक ने पूछताछ में खुलासा किया कि बेगूसराय सदर विधायक कुंदन सिंह के चचेरे भाई नंदन सिंह चौधरी ने उन्हें ये हथियार दिए थे।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, बेगूसराय के पुलिस अधीक्षक अवाकश कुमार ने मंगलवार को बताया कि आरोपियों में से एक मंजेश उर्फ बंटी उर्फ बड़े ने पूछताछ में खुलासा किया कि बेगूसराय सदर विधायक कुंदन सिंह के चचेरे भाई नंदन सिंह चौधरी ने उन्हें हथियार दिए थे। उन्होंने कहा, मंजेश के खुलासे के मुताबिक हथियार और गोला-बारूद नंदन चौधरी के हैं। उसने एक साल पहले मंजेश को हथियार दिए थे। कुंदन सिंह बेगूसराय के मेयर उपेंद्र चौधरी के बेटे हैं।
एसपी ने कहा, मुख्य आरोपी नंदन चौधरी फरार है। हमने उसे पकड़ने के लिए एक समर्पित टीम का गठन किया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद, तस्वीर साफ हो जाएगी कि उसने अत्याधुनिक हथियार कैसे हासिल किया।
इस मामले में भाजपा विधायक का नाम सामने आने के बाद से राज्य में सियासी पारा भी चढ़ गया है। आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, कुंदन सिंह ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि उनका नंदन चौधरी या किसी अन्य अपराधियों से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा, मैंने बेगूसराय के एसपी अवकाश कुमार का बयान नहीं सुना है। फिर भी मैं कहूंगा कि मेरा किसी कथित व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है। कानून अपना काम करेगा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बेगूसराय पुलिस ने रविवार को जिले के बरौनी कस्बे के कापासिया मोहल्ले में छापेमारी कर मंजेश समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उसके पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है। इस ख़बर के सामने आते ही राज्य में सियासी पारा भी बढ़ने लगा है।