भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार को जर्मनी को हराकर टोक्यो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। भारत के लिए यह शानदार जीत है। भारत ने 1980 के बाद पहली बार ओलिंपिक में हॉकी का मेडल अपने नाम किया है। भारत ने ब्रॉन्ज मेडल मैच मे जर्मनी को 5-4 से पराजित किया। भारतीय टीम सेमीफाइनल में बेल्जियम के हाथों हार गई थी।
इसके बाद उसे कांस्य जीतने का मौका मिला था। जर्मनी के खिलाफ एक समय भारतीय टीम 1-3 से पीछे चल रही थी लेकिन सात मिनट में चार गोल करते हुए भारतीय खिलाड़ियों ने मैच की दिशा अपनी ओर मोड़ दी। भारत ने अंतिम बार 1980 के मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। कांस्य पदक की बात की जाए तो भारत ने 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में नीदरलैंड्स को हराकर यह पदक जीता था।
टोक्यो में भारत का यह चौथा पदक है। भारत हॉकी के अलावा वेटलिफ्टिंग, बैडमिंटन और मुक्केबाजी में पदक जीत चुका है जबकि इस हार के साथ जर्मनी के हाथों 2016 के रियो ओलंपिक के बाद लगातार दूसरा कांस्य जीतने का मौका निकल गया।