कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी के पेगासस जासूसी वाले बयान पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को कहा कि यदि कांग्रेस नेता को लगता है कि उनका फोन टैप किया गया है तो उन्हें इसे (फोन) जांच एजेंसी को सौंप देना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौर ने संसद भवन परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए दावा किया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने अवैध तरीके से किसी का भी फोन टैप नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में जनता के द्वारा लगातार 2 बार खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस किसी न किसी बहाने संसद की कार्यवाही को बाधित करना चाहती है।
राहुल गांधी ने इसराइली स्पाइवेयर पेगासस का उपयोग करके भारत के कई प्रमुख व्यक्तियों की कथित तौर पर जासूसी किए जाने को ‘राजद्रोह’ करार देते हुए कहा था कि गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में न्यायिक जांच होनी चाहिए।
राठौर ने कहा कि राहुल गांधी को अपना फोन जांच एजेंसी को सौंप देना चाहिए और भारतीय दंड संहिता के तहत जांच होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस देश का विकास बर्दाश्त नहीं कर सकती इसलिए कोई न कोई बहाना बनाकर वह संसद की कार्यवाही बाधित कर रही है।
बता दें कि, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इजरायली स्पाइवेयर पेगासस का उपयोग करके भारत के कई प्रमुख व्यक्तियों की कथित तौर पर जासूसी किए जाने को ‘राजद्रोह’ करार देते हुए शुक्रवार को कहा था कि गृह मंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में न्यायिक जांच होनी चाहिए। (इंपुट: भाषा के साथ)
#PegasusSnoopgate देशद्रोह का मामला है।
हमारी सीधी सी माँग है- सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में इसकी न्यायिक जाँच हो ताकि देश को पता चले कि ये देशद्रोह किसके कहने पर किया गया- PM या HM? pic.twitter.com/65A3aIb4XQ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 23, 2021