पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के एक सहयोगी ने इन खबरों को खारिज कर दिया है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने उनसे मिलने के लिए समय मांगा था। सीएम के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने मंगलवार देर रात ट्वीट कर कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री राज्य कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष और सीएम के प्रतिद्वंद्वी नवजोत सिंह सिद्धू से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि वह सोशल मीडिया के जरिए किए गए हमलों के लिए माफी नहीं मांग लेते। यह दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद का एक और मोड़ है, जो पार्टी की राज्य में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव में पार्टी की गाड़ी को बेपटरी कर सकता है।
(Pardeep Pandit/HT File Photo)सीएम के मीडिया सलाहकार रवीन ठकराल ने ट्वीट किया, ”ये खबरें पूरी तरह झूठी हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह से मिलने के लिये समय मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। वह तब तक सिद्धू से नहीं मिलेंगे जब तक वह सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ की गईं अपमानजक टिप्पणियों पर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेते।”
Reports of @sherryontopp
seeking time to meet @capt_amarinder are completely false. No time has been sought whatsoever. No change in stance… CM won’t meet #NavjotSinghSidhu till latter publicly apologises for his personally derogatory social media attacks against him. pic.twitter.com/dJvHh8Xo0h— Raveen Thukral (@RT_MediaAdvPBCM) July 20, 2021
इससे पहले, पंजाब के मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने सिद्धू के साथ तब तक किसी भी तरह की निजी बैठक करने से इनकार किया, जब तक सिद्धू और सिंह के बीच मतभेद दूर नहीं हो जाते। मोहिंद्रा ने यह बात उस दिन कही जब सिद्धू अमृतसर गए थे, जहां उनके समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। सिद्धू को प्रदेश प्रमुख बनाए जाने के बाद किसी मंत्री द्वारा की गयी यह ऐसी टिप्पणी है, जो दिखाती है कि पंजाब कांग्रेस में संकट अभी खत्म नहीं हुआ है।
मोहिंद्रा ने यहां जारी एक बयान में कहा कि सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त करने के पार्टी आलाकमान के फैसले का स्वागत है। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, मैं उनसे (सिद्धू) तब तक नहीं मिलूंगा जब तक कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर उनके साथ अपने मुद्दों को सुलझा नहीं लेते।”
मोहिंद्रा ने कहा कि अमरिंदर सिंह कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता हैं और वह उनके निर्देशों का पालन करेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहिंद्रा ने कहा कि सीएलपी नेता होने के अलावा मुख्यमंत्री कैबिनेट का भी नेतृत्व करते हैं, जिसका वह हिस्सा हैं। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि जब तक सिद्धू, सिंह के साथ सभी मुद्दों को सुलझा नहीं लेते, वह उनसे निजी तौर पर नहीं मिलेंगे।
बता दें कि, क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर मुख्यमंत्री की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। (इंपुट: भाषा के साथ)