उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दल भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अपनी विजय पताका फहरा दी है। 2015 में यूपी की आधी से ज्यादा सीटों पर राज करने वाली सपा को करारा झटका लगा है। भाजपा ने कांग्रेस और सपा की गढ़ कहे जाने वाले जिलों भी सेंधमारी की है। जिला पंचायत चुनाव परिणाम को 2022 के विधानसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

भाजपा ने उत्तर प्रदेश जिला पंचायत चुनाव में 75 में से 65 सीटों पर जीत दर्ज कर प्रचंड जीत दर्ज की है। समाजवादी पार्टी चुनाव में केवल 6 सीटें जीतने में सफल रही। अपना दल ने सोनभद्र सीट जीती है, जबकि निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के नेतृत्व में जनसत्ता दल ने प्रतापगढ़ सीट जीती है। जौनपुर सीट बसपा के पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह रेड्डी ने जीती थी। वेस्ट यूपी में भी एक सीट को छोड़कर 13 जिलों में विपक्ष पूरी तरफ से साफ हो गया। आजमगढ़ में सपा की एक तरफा जीत हुई है।
बागपत में रालोद ने कब्जा बरकरार रखा। सोनिया गांधी का गढ़ कहे जाने वाली रायबरेली सीट भी भाजपा ने अपने कब्जे में कर ली है। वहीं सपा का गढ़ मैनपुरी में भी भाजपा प्रत्याशी का परचम लहराया है। उत्तर प्रदेश में कुल 75 में से 22 जिला पंचायतों के अध्यक्षों को मंगलवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया था, जिसमें भाजपा ने 21 सीटें जीती थीं और एक सीट (इटावा) समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी।
भाजपा को एटा, संतकबीरनगर, आजमगढ़, बलिया, बागपत, जौनपुर और प्रतापगढ़ में छोड़कर अन्य 44 जिलों में जीत मिली है। 75 जिलों में से भाजपा को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 जिलों में से 13 में, बृज क्षेत्र के 12 जिलों में 11, कानपुर क्षेत्र के 14 जिलों में 13, अवध क्षेत्र के 13 जिलों में 13, काशी क्षेत्र के 12 जिलों में दस तथा गोरखपुर क्षेत्र के 10 जिलों में से सात में जीत मिली है।
भाजपा ने कुल 75 जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर 67 में जीत दर्ज की है। प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के खाते में पांच में सीट हैं। राष्ट्रीय लोकदल ने एक सीट पर जीत दर्ज की। जौनपुर से निर्दल श्रीकला रेड्डी और प्रतापगढ़ में जनसत्ता दल जनतांत्रिक की माधुरी पटेल जीती हैं।
भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि 75 में से 67 सीटों पर भाजपा व उसके सहयोगियों ने जीत का परचम लहराया है। समाज के हर वर्ग और इसके प्रतिनिधि ने भाजपा को अपना समर्थन दिया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पंचायत चुनाव में जीत कर आए जनप्रतिनिधि अन्त्योदय पथ पर बढ़ते हुए मोदी सरकार व योगी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाने में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भाजपा पर जिला पंचायतों के अध्यक्षों के पदों को हथियाने के लिए डर और लालच का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा हर जिले में प्रशासन का इस्तेमाल सपा उम्मीदवारों के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज करने और उन्हें धमकाने के लिए कर रही है। पार्टी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से इस संबंध में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया।
यूपी के मुख्यमंत्री के सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने उत्तर प्रदेश के लोगों की सराहना करते हुए कहा, “लोगों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यूपी में अराजकता और भ्रष्टाचार फैलाने वालों के लिए उनके दिल में क्या है। यह भाजपा की बड़ी जीत है। जिला पंचायत चुनाव की यह जीत उत्तर प्रदेश के लोगों की जीत है। जो हार गए हैं उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए वे आरोप लगाएंगे। उत्तर प्रदेश के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी पर अपना विश्वास दिखाया है। कई विपक्षी नेता कह रहे थे कि यह सेमीफाइनल है, इसलिए सेमीफाइनल का नतीजा आ गया है और अब फाइनल (यूपी चुनाव) का इंतजार है।” (इंपुट: IANS के साथ)