उत्तर प्रदेश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कार्यसमिति के सदस्य एवं पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने कोरोना वायरस संक्रमण से राज्य में दस लाख लोगों की मौत होने का सोमवार को दावा किया। हालांकि, उन्होंने अपने दावे के समर्थन में कोई आंकडें या दस्तावेज पेश नहीं किए।

समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व विधायक ने जिले के मुंडेरा स्थित अपने निवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए दावा किया है कि प्रदेश में संक्रमितों की मौत की संख्या तकरीबन दस लाख है। इसके पहले पूर्व विधायक ने शनिवार को कहा था कि हर गांव में संक्रमण से कम से कम दस लोगों की मौत हुई है। भाजपा नेता ने कहा कि बड़ी आबादी वाले गांव में यह संख्या कई गुना ज्यादा है और शहरों में भी भारी संख्या में लोगों की मौत हुई है।
उन्होंने भाजपा में दूसरे दलों से शामिल होने वाले नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा , ‘‘भाजपा में समय के साथ बदलाव हो गया है और आउटसोर्सिंग कर आये दूसरे दल के नेताओं का दबदबा हो गया है। जिन्होंने राम मंदिर को लेकर आपत्तिजनक बयान दिए थे, आज वह योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गए हैं।”
पार्टी ने सिंह द्वारा लगातार दिए जा रहे सरकार विरोधी बयानों का संज्ञान लिया है, गोरखपुर में पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने पीटीआई (भाषा) से कहा कि भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य व पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह के पार्टी विरोधी बयानों के मामले पर प्रदेश नेतृत्व कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि सिंह के विवादित बयानों की कतरनें उन्होंने एकत्र कर ली हैं और इसे प्रदेश नेतृत्व को भेजा जा रहा है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, राम इकबाल सिंह ने इससे पहले दावा किया था कि कोरोना की पहली लहर से सबक न लेने के कारण दूसरी लहर में हर गांव में कम से कम दस लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है। सिंह ने संक्रमण से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की मांग भी की।
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया था कि बलिया जिले में स्वास्थ्य विभाग की पूरी व्यवस्था ध्वस्त हो गई है और आजादी के 75 वर्ष बाद 34 लाख आबादी वाले इस जिले के अस्पतालों में न डॉक्टर हैं और न दवाएं। सिंह ने किसानों की स्थिति को लेकर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा था।