BJP समर्थक अभिनेत्री कंगना रनौत ने की देश का नाम बदलने की मांग, बोलीं- ‘इंडिया’ गुलामी की पहचान, ‘भारत’ सही

0

अपने विवादित बयानों को लेकर मीडिया की सुर्ख़ियों में रहने वाली भाजपा समर्थक बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने देश का नाम बदलने की सलाह देकर एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। अभिनेत्री ने देश का नाम ‘इंडिया’ से बदलकर ‘भारत’ करने की अपनी इच्छा जाहिर की है। कंगना रनौत ने कहा कि इंडिया नाम ब्रिटिश लोगों ने रखा था और ये गुलामी की पहचान है। कंगना ने इसके लिए एक लंबा नोट भी लिखा है, जिसमें उन्होंने भारत और इंडिया के बीच का फर्क बताया है।

फाइल फोटो

कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम अकाउंट की स्टोरी पर शेयर किया कि देश जब तक पश्चिमी देशों की एक ‘चीप कॉपी’ बना रहेगा तब तक तरक्की नहीं कर पाएगा। उन्होंने लिखा, ‘इंडिया तभी ऊपर उठ सकता है जबकि वह अपने प्राचीन आध्यात्म और ज्ञान पर आधारित रहे, यह हमारी महान सभ्यता की आत्मा हैं। दुनिया हमारी ओर देखेगी और दुनिया के लीडर बनकर उभरेंगे।’ कंगना ने वेदों, गीता और योग पर टिके रहते हुए इंडिया का नाम बदलकर भारत करने की भी मांग की और कहा कि इंडिया नाम गुलामी का प्रतीक है।

अपने पोस्ट में कंगना ने आगे लिखा, ‘अंग्रेजों ने हमें गुलामी वाला नाम इंडिया दिया जिसका मतलब है सिंधु नदी का पूरब। क्या आप एक बच्चे को छोटी नाक, दूसरा या सी सेक्शन बुलाएंगे। ये कैसा नाम है? मैं आपको भारत का मतलब बताती हूं। यह तीन संस्कृत शब्दों भा (भाव), र (राग) और त (ताल) से बना है। हां, गुलाम बनने से पहले हम यह थे। सांस्कृतिक और कलात्मक रूप से सबसे विकसित सभ्यता। हर नाम में एक स्पंदन है और अंग्रेज जानते थे इसलिए उन्होंने जगहों नहीं बल्कि लोगों और धरोहरों को भी नए नाम दे दिए। हमें अपना खोया हुआ गौरव पाना चाहिए। चलिए, भारत नाम से इसकी शुरूआत करते हैं।’

अपनी एक्टिंग से ज्यादा कंगना रनौत इन दिनों अपने विवादित बयानों की वजह से चर्चा में रहती हैं। वर्क फ्रंट की बात करें तो कंगना की अगली फिल्म ‘थलाइवी’ रिलीज होगी। यह फिल्म तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की बायॉपिक है। इस फिल्म की रिलीज को कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के कारण टाल दिया गया था। इसके अलावा कंगना फिल्म ‘धाकड़’ और ‘तेजस’ में भी काम कर रही हैं।

Previous articleCBSE 12th Result 2021: सुप्रीम कोर्ट का कक्षा 12वीं के छात्रों के मूल्यांकन के लिए सीबीएसई और सीआईएससीई की व्यवस्था में हस्तक्षेप से इंकार, अभिभावकों की याचिकाएं की खारिज; अधिक जानकारी के लिए cbse.gov.in को करें फॉलो
Next articleउत्तर प्रदेश में सियासी घमासान: जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद निषाद पार्टी प्रमुख ने की बड़ी मांग, बोले- ‘यूपी चुनाव में मुझे उप-मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित करे भाजपा’