देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की डासना जेल में बंद चार कैदी ऐसे हैं, जो कोरोना वायरस के डर से जेल से रिहा नहीं होना चाहते हैं। कैदियों ने कहा कि साहब यहां (जेल में) बहुत अच्छी व्यवस्था है और हम यहां सुरक्षित भी हैं। ऐसे हमें जेल से न निकालिए। जेल के अधिकारियों का कहना है कि जेल में चार बंदी ऐसे हैं, जिनको पेरोल या जमानत पर बाहर जाने का अवसर मिल रहा है, लेकिन उन्होंने जेल से रिहा होने से इनकार कर दिया है।
दरअसल, कैदियों का यह कहना है कि वह जेल में अपने आपको ज्यादा महफूज सुरक्षित महसूस कर रहे हैं क्योंकि जेल के अंदर समय-समय पर सैनिटाइजर होता रहता है साथ ही सभी तरह की सुविधाएं जेल में मौजूद हैं जबकि बाहर के हालात बेहद खराब है जैसा उनको बताया जा रहा है इसीलिए यह सभी अंतरिम बेल देने से भी मना कर रहे हैं।
डासना जेल के जेल अधीक्षक अशोक सिंह ने बताया कि ये कैदी कोरोना काल में बाहर के हालातों को लेकर डरे हुए हैं, इसलिए जेल से रिहा नहीं होना चाहते हैं। उन्होंने जेल की स्वास्थ्य प्रणाली को अधिक सुरक्षित पाया। कोरोना से संबंधित सभी सुविधाएं यहां उपलब्ध हैं।
Ghaziabad | 4 inmates rejected parole. One of the reasons behind it is #COVID19 situation outside. They found jail’s health system more safe. All facilities regard to COVID is available here: Ashok Singh, Jail Superintendent pic.twitter.com/NLDovYNfcN
— ANI UP (@ANINewsUP) May 29, 2021
जेल अधीक्षक आलोक सिंह ने बताया कि जेल में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए बंदियों की संख्या कम करने पर शासन व न्यायालय द्वारा विचार किया गया था। इसी कड़ी में सात साल तक की सजा वाले और 65 वर्ष से अधिक उम्र के सिद्धदोष बंदियों को 60 दिन की अंतरिम जमानत/ विशेष पैरोल देने का फैसला लिया गया था।