आंध्र प्रदेश सीआईडी ने शुक्रवार रात आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस के बागी सांसद के. रघु रामकृष्ण राजू को राजद्रोह सहित विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार किया है। उनकी गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई जब रामकृष्ण राजू ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में अपनी पार्टी सुप्रीमो और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी की जमानत रद्द करने की मांग की। वह रेड्डी के खिलाफ बगावती तेवर दिखा रहे थे और उनके खिलाफ कई बयान भी दे चुके थे।
समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) की रिपोर्ट के मुताबिक, आंध्र प्रदेश पुलिस के अपराध अन्वेषण विभाग (सीआईडी) ने बताया कि रघु रामकृष्ण राजू पर आरोप है कि वह नफरत फैलाने वाले भाषणों से समुदायों में द्वेष फैलाने और सरकार के खिलाफ असंतोष को बढ़ावा देने के कृत्य में शामिल हैं।
आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘सीआईडी के अतिरिक्त महानिदेशक पीवी सुनील कुमार के आदेश पर प्राथमिक जांच की गई। जांच में पाया गया कि राजू नियमित रूप से अपने भाषणों के जरिए व्यवस्थागत और योजनाबद्ध तरीके से समुदायों के बीच तनाव पैदा करने में शामिल हैं और सरकार के विभिन्न हस्तियों पर हमला कर रहे हैं ताकि लोगों का सरकार के प्रति विश्वास खत्म हो जाए।’’
विज्ञप्ति में आरोप लगाया गया, ‘‘समुदायों और सामाजिक समूहों के खिलाफ घृणा भाषण है जिसका इस्तेमाल कुछ मीडिया चैनलों के साथ मिलकर साजिश के तौर पर सामाजिक द्वेष पैदा करने और कानून व्यवस्था भंग करने के लिए किया जा रहा है।’’ बयान में कहा गया कि सीआईडी के अतिरिक्त महानिदेशक के आदेश पर सांसद के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा-124 ए (राजद्रोह), 153ए (समुदायों में द्वेष उत्पन्न करना, 505 (बयान से तनाव पैदा करना), 120बी (साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि, नरसापुरम लोकसभा सीट से सांसद राजू ने करीब एक साल पहले वाईएसआर कांग्रेस से बगावत कर दी थी और कई महीनों से मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की सरकार के खिलाफ टिप्पणी कर रहे हैं। गत कुछ दिनों से वह कोरोना वायरस (कोविड-19) संकट के ‘कुप्रबंधन’ को लेकर राज्य सरकार की आलोचना कर रहे हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर बागी सांसद की सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व बल (सीआरपीएफ) कर रहा है और आरोप है कि केंद्रीय बल ने सीआईडी के अधिकारियों को राजू को हिरासत में लेने से रोका। हालांकि, बाद में मामला केंद्रीय बल के शीर्ष अधिकारियों तक पहुंचा और सीआईडी को कार्रवाई करने की अनुमति मिली।
हैदराबाद स्थित आवास में सांसद जब अपना जन्मदिन मना रहे थे तभी सीआईडी ने उन्हें पकड़ा। राजू के बेटे भरत ने आरोप लगाया, ‘‘सीआईडी के करीब 30लोग हमारे घर आए और बिना वारंट के मेरे पिता को जबरन लेकर गए। यहां तक कि उन्होंने सीआरपीएफ के जवानों को भी धक्का दिया। उन्होंने कोई नोटिस नहीं दिया था।’’