देश भर में तेजी से पांव पसार चुके घातक कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ने पूरे भारत में कोहराम मचा रखा है। सरकार की तमाम कोशिशें नाकाफी साबित हो रही हैं, संक्रमितों की संख्या और कोरोना के कारण मौत के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना वायरस की दूसरी लहर से देश में बिगड़ते हालात को लेकर बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता अनुपम खेर ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की है।
एफटीआईआई के पूर्व चेयरपर्सन अनुपम खेर ने कहा कि सरकार को समझना होगा कि इस वक्त इमेज बनाने से ज्यादा जान बचाना जरूरी है। बता दें कि, यह ऐसा पहला बार होगा जब उन्होंने सार्वजनिक तौर पर मोदी सरकार की आलोचना की है। अनुपम खेर ने अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की है और भाजपा के नेतृत्व वाले शासन के एक मजबूत समर्थक रहे हैं।
अनुपम खेर ने बुधवार को ‘एनडीटीवी’ को दिए इंटरव्यू में कहा, सरकार से स्वास्थ्य संकट के प्रबंधन में कहीं न कहीं चूक हुई है लेकिन दूसरे राजनीतिक दलों का इन खामियों का अपने हक में फायदा उठाना भी गलत है। यह पूछे जाने पर कि सरकार के प्रयास अभी राहत देने की बजाय अपनी खुद की छवि एवं समझ को बनाने पर अधिक है, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता ने कहा कि सरकार के लिए आवश्यक है कि इस चुनौती का सामना करें और उन लोगों के लिए कुछ करें जिन्होंने उन्हें चुना है।
खेर ने गंगा और अन्य नदियों में कई शवों के मिलने का जिक्र करते हुए कहा, “कई मामलों में आलोचना वैध है…कोई अमानवीय व्यक्ति ही नदियों में बहती लाशों से प्रभावित नहीं होगा।” उन्होंने कहा, “लेकिन दूसरी पार्टियों का इसका अपने लाभ के लिए इस्तेमाल करना, मेरे विचार में ठीक नहीं है। मेरे हिसाब से, लोगों के तौर पर हमें गुस्सा आना चाहिए। जो हो रहा है उसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराना जरूरी है। कहीं न कहीं उनसे चूक हुई है। उनके लिए समझने का वक्त है कि छवि निर्माण से जरूरी और भी बहुत कुछ है।”
बता दें कि, अनुपम खेर हाल ही में अपने एक ट्वीट को लेकर ट्रोल हुए थे, जिसमें उन्होंने लिखा, ”कुछ भी हो जाए, आएगा तो मोदी ही”। अनुपम खेर ने ये ट्वीट कोरोना पर मोदी सरकार की आलोचना करने वालों को रिप्लाई देते हुए किया था। जिसको लेकर अनुपम खेर की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई थी। (इंपुट: भाषा के साथ)