देश की राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती का एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल मीडियो में वह इस्लाम धर्म के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए नज़र आ रहे है। इसके साथ ही वे पैगंबर मोहम्मद के बारे में भी विवादित बयान देते हुए सुनाई दे रहे हैं। महंत के इन बयानों की मुस्लिम धर्म के लोग जमकर आलोचना करते हुए दिल्ली पुलिस से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बता दें कि, डासना देवी मंदिर परिसर में ही कथित तौर पर पानी पीने के कारण एक मुस्लिम बच्चे की बेरहमी से पिटाई कर दी गई थी।
वायरल वीडियो में डासना मंदिर के पुजारी प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में अन्य लोगों के साथ बैठे हुए नज़र आ रहे हैं। वायरल वीडियो में नरसिंहानंद प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहते हैं, “अगर इस्लाम की असलियत, जिसके लिए मौलाना कहते हैं कि अगर मोहम्मद के बारे में बोला तो सिर काट देंगे, ये भय हिंदू अपने दिमाग से निकाल दें। हम हिंदू हैं। हम राम के चरित्र की मीमांसा कर सकते हैं। हम कृष्ण के चरित्र की मीमांसा कर सकते हैं। हम परशुराम के चरित्र की मीमांसा कर सकते हैं। तो हमारे लिए मोहम्मद क्या चीज हैं। हम मोहम्मद की मिमांसा क्यों नहीं करेंगे। और सच क्यों नहीं बोलेंगे।”
वीडियो में नरसिंहानंद आगे कहते हैं, “अगर मोहम्मद का सच इस दुनिया के मुसलमान को पता चल जाए, तो मुसलमान को अपने मुसलमान होने पर शर्म आएगी। उसे शर्म आएगी क्योंकि हर आदमी के अंदर भगवान नेचुरल इंस्टिक्ट बना कर भेजता है कि क्या अच्छा है, क्या बुरा। और जब सबको पता चलेगा कि तुम सिर्फ तू किसे फॉलो कर रहा था, तो उसे शर्म आएगा। ये तो हिंदुस्तान के घटिया नेता और नकली धर्मगुरु हैं जिन्होंने ग्लोरिफाई कर दिया इस्लाम जैसी गंदगी को।”
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और ओखला विधानसभा सीट से विधायक अमानतुल्लाह खान ने नरसिंहानंद के इस वायरल वीडियो को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, “हमारे नबी ﷺ की शान में गुस्ताखी हमें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं, इस नफ़रती कीड़े की ज़ुबान और गर्दन दोनो काट कर इसे सख़्त से सख़्त सजा देनी चाहिए। लेकिन हिंदुस्तान का क़ानून हमें इसकी इजाज़त नहीं देता, हमें देश के संविधान पर भरोसा है और मैं चाहता हूँ कि दिल्ली पुलिस इसका संज्ञान ले।”
हमारे नबी ﷺ की शान में गुस्ताखी हमें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं, इस नफ़रती कीड़े की ज़ुबान और गर्दन दोनो काट कर इसे सख़्त से सख़्त सजा देनी चाहिए।
लेकिन हिंदुस्तान का क़ानून हमें इसकी इजाज़त नहीं देता, हमें देश के संविधान पर भरोसा है और मैं चाहता हूँ कि @DelhiPolice इसका संज्ञान ले। pic.twitter.com/GGcKl3LsX8— Amanatullah Khan AAP (@KhanAmanatullah) April 3, 2021
नरसिंहानद के इस वीडियो पर असदुद्दीन ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, “पैगंबर मोहम्मद का असम्मान अस्वीकार्य है। क्या यह अपराधी, जो कि धार्मिक शिक्षक बने हैं, इस्लाम के बारे में अपनी अप्राकृतिक अवधारणा से ऊपर उठेंगे? जब आप किसी चीज को नापसंद करते हैं, तो उस पर काफी समय लगाते हैं। मुझे विश्वास है कि आपकी अपनी मान्यताओं में काफी कुछ होगा, जिसके बारे में चर्चा करना चाहेंगे।”
ओवैसी ने अगले ट्वीट में दिल्ली पुलिस को टैग कर लिखा, “यह व्यक्ति सिर्फ मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा भड़काने के लिए इस्लाम की बेइज्जती कर रहा है और आपका मौन व्रत शर्मिंदगी भरा है। आप अपना काम भूल चुके हैं, हम साथ में एक रिफ्रेशर कोर्स कर सकते हैं।”
Insulting Prophet (SAW) is unacceptable. Can these criminals acting as religious teachers get over their unnatural fixation with Islam? For something that you do not like, you do spend a lot of time on it. I’m sure there’s enough in your own belief system that you can discuss 1/2 https://t.co/S8R0SO2UXO
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 3, 2021
एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने नरसिंहानंद का एक और वीडियो पोस्ट किया। इसमें डासना मंदिर के पुजारी कहते हैं, “कल को अगर यहां हिंदू खत्म हो गए और ये मुस्लिम राष्ट्र बन गया, तो पहला कत्ल ओवैसी का होगा, क्योंकि ओवैसी शिया है। जिस जिन्ना ने पाकिस्तान बनाया था, आज उसके चाहे जितने फोटो लटक रहे हैं, उसे इज्जत नहीं मिली थी। उसकी इज्जत सिर्फ भारत के नेताओं ने की थी।”
इस पर प्रतिक्रिया में ओवैसी ने कहा, “मेरे कई मजनुओं में से एक और जिनका दिन लैला का नाम लिए बगैर खत्म नहीं होता।”
This guy.?? Another of my many Majnuns whose day does not end unless he takes Laila's name. pic.twitter.com/e88OGygUv6
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) April 3, 2021