पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव: टिकट नहीं मिलने पर सोवन चट्टोपाध्याय ने छोड़ी BJP, पूरे राज्य में कार्यकर्ताओं ने जताया विरोध

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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बड़ा झटका लगा है। पश्चिम बंगाल भाजपा में पुराने नेताओं और पार्टी का हाल ही में दामन थामने वाले लोगों के बीच तकरार रविवार को खुलकर सामने आ गई। राज्य विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर कई लोगों ने भगवा पार्टी के प्रति नाराजगी जताई और इस्तीफा दे दिया। साथ ही, राज्यभर में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन भी किए गए।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव

तृणमूल कांग्रेस छोड़कर हाल ही में भाजपा में शामिल हुए सोवन चट्टोपाध्याय और उनके साथ बैसाखी बंदोपाध्याय ने भी टिकट नहीं मिलने पर भगवा पार्टी छोड़ दी। चट्टोपाध्याय कई दशकों से बेहाला पूर्व सीट का प्रतिधित्व करते आ रहे हैं, हालांकि यहां से पायल सरकार को टिकट दे दिया गया जो हाल में पार्टी में शामिल हुई हैं।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को भेजे इस्तीफे में चट्टोपाध्याय ने भाजपा पर अपमानित करने का आरोप लगाया। भाजपा ने पश्चिम बंगाल में तीसरे और चौथे चरण के तहत 75 सीटों पर होने वाले मतदान के मद्देनजर रविवार को 63 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। राज्य में आठ चरणों में चुनाव हो रहे हैं।

उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए भाजपा महासचिव अरूण सिंह ने बताया कि बाबुल सुप्रियो टॉलीगंज से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे, जबकि बंगाली अभिनेत्री व हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी को पार्टी ने उनके ही संसदीय क्षेत्र की चुंचुड़ा विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है।

भाजपा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होते ही राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध शुरू हो गए तथा कई नेताओं ने हाल में पार्टी में शामिल हुए अन्य दलों के नेताओं को पुराने नेताओं से अधिक महत्व दिए जाने पर असंतोष जाहिर किया। वहीं, कुछ मामलों में नए नेताओं ने अपनी सीट को लेकर नाखुशी जाहिर की।

सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अशोक लाहिड़ी को अलीपुरदुआर सीट से उम्मीदवार बनाने तथा गोरखा जनमुक्ति मोर्चा छोड़कर भाजपा में आए बिशाल लामा को कालचिनी से उतारने का उत्तर बंगाल में विरोध शुरू हो गया तथा स्थानीय नेता सड़कों पर उतर आए।

पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘‘अशोक लाहिड़ी कौन हैं और उन्हें उम्मीदवार क्यों बनाया गया, हमें नहीं पता। अलीपुरदुआर से वह लड़ेंगे, तो वे पुराने लोग जिन्होंने पार्टी के लिए बरसों तक लड़ाई लड़ी, वे क्या करेंगे। स्थानीय भाजपा नेता इस अन्याय को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे।’’

तृणमूल से भाजपा में शामिल हुए हुगली जिले के सिंगुर क्षेत्र से वर्तमान विधायक रबींद्रनाथ भट्टाचार्य को उम्मीदवार बनाने पर कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जताई। तृणमूल से टिकट नहीं मिलने पर भट्टाचार्य भाजपा में शामिल हुए हैं।

एक स्थानीय भाजपा नेता ने कहा, ‘‘पार्टी को अपना फैसला बदलना होगा।’’ राज्य में कई स्थानों पर प्रदर्शन हुए। श्यामपुर से भी तनुश्री चक्रवर्ती को टिकट दिया गया है जो हाल में भाजपा में आई हैं।

वहीं, हावड़ा जिले के पंचला सीट से मोहितलाल घाटी को टिकट मिलने पर नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ की। कई जिला स्तरीय नेताओं ने भी टिकट न मिलने पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया।

294 सदस्यीय बंगाल विधानसभा के लिए 8 चरणों में मतदान होंगे। बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल तक वोट डाले जाएंगे। राज्य में पहले चरण के लिए 27 मार्च को 30 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इसके बाद दूसरे चरण की 30 सीटों पर 1 अप्रैल को मतदान होगा। तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।

चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को वोटिंग होगी। पांचवें चरण की 45 सीटों पर 17 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को वोटिंग होगी। बंगाल में आठवें और अंतिम फेज का चुनाव 29 अप्रैल को होगा, जहां 35 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। (इंपुट: भाषा के साथ)

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