पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान धक्का दिये जाने की वजह से उनके एक पैर में चोट लगी है। ममता बनर्जी ने हालांकि आरोप लगाया है कि उन्हें किसी ने धक्का दिया है जिसकी वजह से वह घायल हुई हैं। वहीं, चुनाव आयोग ने इस पूरे मामले पर राज्य पुलिस प्रशासन से एक रिपोर्ट मांगी है।

उन्होंने दावा किया कि चार लोगों ने उनके साथ धक्का मुक्की की और जब वह मंदिर में पूजा करने के बाद लौट रही थी तो उन पर हमला किया गया। उन्हें इलाज के लिए कोलकाता ले जाया रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘वे चार या पांच लोग थे जिन्होंने इस घटना को अंजाम दिया।’’ यह पूछे जाने पर क्या यह नियोजित हमला था तो उन्होंने कहा ‘‘ निसंदेह यह एक साजिश थी और मेरे आसपास कोई सुरक्षा कर्मी नहीं था।’’
घटना शाम को उस वक्त घटी जब बनर्जी रियापारा इलाके में एक मंदिर के बाहर खड़ी थीं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी कार के बाहर खड़ी थी जिसका दरवाजा खुला था। मैं वहां मंदिर में प्रार्थना करने जा रही थी। कुछ लोग मेरी कार के पास आए और दरवाजे को धक्का दिया। कार का दरवाजा मेरे पैर में लग गया।’’
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि चोट लगने की वजह से उनके पैर में सूजन आ गयी और उन्हें बुखार जैसा लग रहा है। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि घटना के समय मौके पर कोई स्थानीय पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। नंदीग्राम से तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ रहीं बनर्जी ने आरोप लगाया कि घटना के पीछे साजिश है।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ घायल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का हाल जानने बुधवार रात सरकारी एसएसकेएम अस्पताल पहुंचे। ख़बरों के मुताबिक, इस दौरान वहां उपस्थित सैंकड़ों तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समर्थकों ने विरोध जताते हुए ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। तृणमूल कांग्रेस समर्थकों द्वारा नारेबाजी किए जाने के बावजूद राज्यपाल अस्पताल के भीतर गए।
इस घटना के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गये हैं क्योंकि मुख्यमंत्री को जेड-प्लस की सुरक्षा प्राप्त है। बनर्जी को रात्रि विश्राम नंदीग्राम में ही करना था, लेकिन आधिकारिक सूत्रों के अनुसार उन्हें कोलकाता लाया जा रहा है। वह पिछले दो दिन से पूर्ब मेदिनीपुर जिले में प्रचार कर रही थीं। आज दिन में ही उन्होंने हल्दिया में नामांकन पत्र दाखिल किया था। (इंपुट: एजेंसी के साथ)