नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने को लेकर बुधवार को कांग्रेस के एक पार्षद एवं युवा कार्यकर्ताओं के विरूद्ध गैर कानूनी रूप से इकट्ठा होने और अन्य अपराधों को लेकर मामला दर्ज किया गया है।
मंगलवार को रेशमबाम में हेडगेवार स्मृति भवन परिसर के बाहर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया था। समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि पार्षद बंटी शेल्कर और युवा कांग्रेस के 19 सदस्यों के विरूद्ध भारतीय दंड संहिता की धाराओं 149 (अवैध रूप से इकट्ठा होना) तथा 188 (जनसेवक के आदेश का उल्लंघन) के तहत मामला दर्ज किया गया।
एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन के लिए पुलिस से अनुमति नहीं ली गई थी और कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के मद्देनजर एक जगह पर एकत्रित होने संबंधी नियमों का भी उल्लंघन किया। पुलिस के अनुसार वैसे किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
बता दें कि, पिछले डेढ़ महीने से जारी आंदोलन में अब तक 60 से ज़्यादा किसान अपनी जान दे चुके हैं। पंजाब, हरियाणा और देश के कुछ अन्य हिस्सों से आए हजारों किसान कड़ाके की ठंड के बावजूद एक महीने से अधिक समय से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाए।