पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्लाह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ‘गुपकार गैंग’ वाले बयान पर पलटवार किया है। अमित शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट में कांग्रेस के गुपकार गठबंधन को समर्थन पर हमले किए थे। शाह ने इस गठबंधन को ‘गुपकार गैंग’ करार देते हुए राष्ट्रविरोधी काम करने का आरोप लगाया था।

महबूबा मुफ्ती ने अमित शाह के ट्वीट पर पलटवार करते हुए लिखा, “पुरानी आदतें जल्दी जाती नहीं। पहले भाजपा का नैरेटिव था कि टुकड़े टुकड़े गैंग से भारत की संप्रभुता को खतरा है और अब वे ‘गुपकार गैंग’ का इस्तेमाल हमें ऐंटी नैशनल्स दिखाना चाहते हैं। भाजपा खुद तो दिन-रात संविधान का माखौल बनाती है।”
उन्होंने आगे लिखा, “खुद को मसीहा और राजनीतिक विरोधियों को आतंरिक और काल्पनिक दुश्मन बताकर प्रॉजेक्ट करने की भाजपा की चाल अब बासी हो गई है। बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई की जगह अब लव जिहाद, टुकड़े टुकड़े और अब गुपकार गैंग पर राजनीतिक चर्चा होती है।”
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि, अब गठबंधन में चुनाव लड़ना भी ऐंटी नैशनल हो गया है। भाजपा चाहे तो सत्ता की भूख के लिए कितने ही गठबंधन कर ले लेकिन हम यूनाइटेड फ्रंट बना लें तो पता नहीं कैसे देशहित को नुकसान हो रहा है।
BJPs stale tactic of dividing India by projecting themselves as saviours & political opponents as internal & imagined enemies is far too predictable now. Love jihad, tukde tukde & now Gupkar Gang dominates the political discourse instead of like rising unemployment & inflation
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 17, 2020
वहीं उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि अमित शाह जी हम गैंग नहीं हैं। हम कोई गैंग नहीं हैं बल्कि एक राजनीतिक गठबंधन हैं जो आपकी आशाओं के विरुद्ध चुनाव लड़ता रहा है और लड़ता रहेगा। अगले ट्वीट में उमर ने लिखा, सिर्फ जम्मू-कश्मीर में नेता चुनाव में हिस्सा लेने और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने के लिए हिरासत में लिए जा सकते हैं और देशद्रोही पुकारे जा सकते हैं। सच्चाई तो ये है कि जो भी भाजपा की विचारधारा से सहमत नहीं होता उसे भ्रष्ट और देशद्रोही कहा जाता है।
उमर ने ये भी कहा कि मैं आदरणीय गृहमंत्री के हमले के पीछे की खीज को समझ सकता हूं। उन्हें बताया गया था कि लोगों का गठबंधन चुनाव का बहिष्कार करने की तैयारी में है। इससे भाजपा को जम्मू-कश्मीर आसानी ने चुनाव लड़ने में मदद मिलती लेकिन हमने ऐसा होने नहीं दिया।
Only in J&K can leaders be detained & called anti-national for participating in elections & supporting the democratic process. The truth is all those who oppose the ideology of the BJP are labelled “corrupt & anti-national”.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) November 17, 2020
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की पार्टियों के बीच हुए गुपकार गठबंधन को लेकर सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए उन्हें ‘गुपकार गैंग’ की संज्ञा दी है। सिर्फ यही नहीं उन्होंने इस गठबंधन में शामिल लोगों को एंटी नेशनल भी कहा है। इसी के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला ने उन पर निशाना साधा है।
अमित शाह ने कहा था कि, गुपकार गैंग भारत के तिरंगे का अपमान करता है। क्या सोनिया जी और राहुल गुपकार गैंग के ऐसे कदमों का समर्थन करते हैं? उन्हें देश की जनता के सामने अपना स्टैंड साफ करना चाहिए। कांग्रेस और गुपकार गैंग जम्मू और कश्मीर को वापस आतंक के युग में ले जाना चाहते हैं। वे दलितों, महिलाओं और आदिवासियों के वे अधिकार छीन लेना चाहते हैं जो हमने अनुच्छेद 370 हटाकर दिए हैं। यही वजह है कि देश की जनता उन्हें हर जगह रिजेक्ट कर रही है। जम्मू और कश्मीर हमेशा से भारत का आतंरिक हिस्सा रहा है। भारत के लोग राष्ट्रहित के खिलाफ बने किसी अपवित्र ‘ग्लोबल गठबंधन’ को सहन नहीं करेंगे। या तो गुपकार गैंग देश के मूड के साथ चले नहीं तो लोग उसे डुबो देंगे।