तेजस्वी यादव की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने सुशील कुमार मोदी को लेकर बड़ा बयान दिया है। नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार में बनी नई सरकार में भाजपा नेता सुशील मोदी को शामिल नहीं किए जाने पर शिवानंद तिवारी ने अपनी प्रतिक्रियां दी है। शिवानंद तिवारी ने सुशील मोदी पर भाजपा के अन्य नेताओं के साथ ज्याद्ती का आरोप लगाया है।
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा कि, “सुशील कुमार मोदी की भूमिका भाजपा के कम और नीतीश कुमार के सहयोगी की अधिक हो गई थी। मुझे लगता है कि इसी वजह से इस बार भाजपा ने उन्हें हटा दिया है। वह अन्य भाजपा के दूसरे नेताओं को उठने नहीं दे रहे थे। वह रोजाना सभी विषयों पर बोलते थे और अखबार/टीवी में छपने के बिना नहीं रह सकते थे।”
शिवानंद तिवारी ने आगे कहा कि, “सुशील कुमार मोदी से मेरी कोई दुश्मनी नहीं है, वह मेरे छोटे भाई की तरह हैं। लेकिन उनके व्यक्तित्व में गहराई की कमी है। मुझे लगता है कि यही कारण है कि भाजपा नेतृत्व ने उन्हें इस बार राज्य मंत्रिमंडल में पद नहीं दिया।”
I have no animosity with him, he is like my younger brother. But his personality used to reflect a lack of depth. I think this is the reason BJP leadership did not give him a post in the state cabinet this time: Shivanand Tiwari, RJD https://t.co/rQgnKIZ2KF
— ANI (@ANI) November 17, 2020
बता दें कि, इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन के बीच उसके सहयोगी दल राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि महागठबंधन के लिए कांग्रेस बाधा बनी। शिवानंद तिवारी ने कांग्रेस की टॉप लीडरशिप पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि चुनाव तो कांग्रेस ने 70 सीटों पर लड़ा, लेकिन 70 रैलियां भी नहीं की।
शिवानंद ने कहा था कि चुनाव के वक्त राहुल गांधी पिकनिक मना रहे थे, केवल 3 दिन के लिए ही बिहार में आए, प्रियंका गांधी भी नहीं आईं। टीवी चैनलों पर तिवारी का यह बयान प्रसारित होने के बाद राजद से उन्हें बाहर किए जाने की मांग उठने लगी है।
#WATCH: RJD leader Shivanand Tiwari speaks on #BiharResults, says "…elections were in full swing & Rahul Gandhi was on picnic at Priyanka ji's place in Shimla. Is party run like that? Allegations can be levelled that manner in which Congress is being run, it's benefitting BJP." pic.twitter.com/ZZXmndMJFh
— ANI (@ANI) November 15, 2020
बता दें कि, बिहार चुनाव में कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन पार्टी सिर्फ 19 सीटें ही जीतने में कामयाब हो पाई। नतीजों में राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी और वाम दलों ने भी आश्चर्यजनक रूप से अच्छा प्रदर्शन किया।