फर्जी टेलीविन रेटिंग प्वाइंट्स (टीआरपी) घोटाले में कथित भूमिका के लिए मुंबई पुलिस ने मंगलवार (10 नवंबर) को रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के डिस्ट्रीब्यूशन असिस्टेंट घनश्याम सिंह को गिरफ्तार किया।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि, रिपब्लिक टीवी के डिस्ट्रीब्यूशन हेड घनश्याम सिंह को कथित TRP घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि, इससे पहले इंटीरियर डिजायनर के आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया था।
Republic TV distribution head Ghanshyam Singh arrested in connection with alleged #TRP rigging scam: Mumbai crime branch official
— Press Trust of India (@PTI_News) November 10, 2020
मुंबई पुलिस की इस कार्रवाई के बाद रिपब्लिक टीवी के एक बयान में कहा कि, मुंबई पुलिस ने मंगलवार की सुबह लगभग 7.40 बजे घनश्याम सिंह को गिरफ्तार किया। रिपब्लिक टीवी ने कहा कि सिंह ने लगातार टीआरपी घोटाला मामले में मुंबई पुलिस का साथ दिया। सिंह को आज स्थानीय अदालत में पेश किए जाने की संभावना है।
फर्जी TRP केस में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने अब तक 10 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। इस केस में फख्त मराठी चैनल और बॉक्स सिनेमा के मालिक पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। मुंबई पुलिस ने बीते दिनों टीआरपी घोटाले का दावा किया था। मुंबई के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस फर्जीवाड़े की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि इसमें रिपब्लिक टीवी समेत कुछ चैनल्स शामिल हैं।
यह कथित फर्जी टीआरपी घोटाला तब सामने आया जब रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) ने हंसा रिसर्च ग्रुप के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई कि कुछ चैनल विज्ञापनदाताओं को आकर्षित करने के लिए टीआरपी अंक के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। आरोपी है कि दर्शक संबंधी आंकड़े के संग्रहण के लिए जिन परिवारों में मीटर लगाये गये थे और उनमें से कुछ को कुछ खास चैनल देखने के लिए रिश्वत दी जाती थी।