अंग्रेजी समाचार चैनल ‘रिपब्लिक टीवी’ के एंकर और संस्थापक अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी पर ट्वीट कर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोग उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के ट्वीट पर यूजर्स सवाल उठाते हुए उनसे पूछ रहे है कि, आपने यूपी में पत्रकारों के साथ क्या किया? आपने भी ऐसे कई पत्रकारों को गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि, मुंबई पुलिस ने एक 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर को कथित तौर पर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में बुधवार को रिपब्लिक टीवी के प्रधान संपादक गोस्वामी को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सचिन वैज ने कहा कि गोस्वामी को 2018 के आत्महत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है। यह मामला पहले बंद हो गया था, जिसे अब फिर से खोला गया है।
पुलिस टीम ने रिपब्लिक टीवी के प्रमुख को उनके घर में घुसकर गिरफ्तार किया। उनके परिवार ने इसका विरोध किया और उनके साथियों ने इसकी लाइव कवरेज करने की कोशिश की। गोस्वामी ने दावा किया कि घर में भी उनसे मारपीट की गई। वहीं, पुलिस ने इन सभी आरोपों को खारिज किया है।
अर्नब की गिरफ्तारी के बाद से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई वरिष्ठ नेताओं महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस की निंदा की है।
कांग्रेस और महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा, “वरिष्ठ पत्रकार श्री अर्नब गोस्वामी जी की गिरफ्तारी कांग्रेस पार्टी के द्वारा अभिव्यक्ति की आजादी पर प्रहार है। देश में इमरजेंसी थोपने व सच्चाई का सामना करने से हमेशा मुंह छुपाने वाली कांग्रेस पुनः प्रजातंत्र का गला घोंटने का प्रयास कर रही है।” सीएम ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “कांग्रेस समर्थित महाराष्ट्र सरकार का यह कृत्य लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया को स्वतंत्र रूप से कार्य करने से रोकने का कुत्सित प्रयास है।”
कांग्रेस समर्थित महाराष्ट्र सरकार का यह कृत्य लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया को स्वतंत्र रूप से कार्य करने से रोकने का कुत्सित प्रयास है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) November 4, 2020
योगी आदित्यनाथ अपने इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए, लोग उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। पत्रकार रोहिणी सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, “सूप बोले तो बोले अब बहत्तर छेद वाली चलनी भी FOE पर बोलने लगी। यूपी में पत्रकारों के साथ आपने क्या किया? नमक रोटी का सच लिखने पर मुक़दमा, भुखमरी का सच लिखने पर मुक़दमा, आदर्श ग्राम का सच लिखने पर मुक़दमा, हाथरस का सच लिखने पर मुक़दमा, 50 से ज्यादा पत्रकारों पर मुकदमे किए गए।”
सूप बोले तो बोले अब बहत्तर छेद वाली चलनी भी FOE पर बोलने लगी।
यूपी में पत्रकारों के साथ आपने क्या किया?
नमक रोटी का सच लिखने पर मुक़दमा, भुखमरी का सच लिखने पर मुक़दमा, आदर्श ग्राम का सच लिखने पर मुक़दमा, हाथरस का सच लिखने पर मुक़दमा, 50 से ज्यादा पत्रकारों पर मुकदमे किए गए। https://t.co/YZUKqc1Tb9
— Rohini Singh (@rohini_sgh) November 4, 2020
एक अन्य यूजर ने अपने ट्वीट में लिखा, “अपने राज्य सरकार और सत्ता के नशे निर्दोष मुसलमानों दलितों समाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को यूएपीऐ और दूसरे देशद्रोह के धाराओं के तहत झूठे इल्ज़ाम लगाकर डाक्टरों तक को जेल में बंद करने वाले तथाकथित योगी अभिव्यक्ति की आजादी पर ज्ञान दे रहे है इस बड़ा मजाक और झूठ लोकतंत्र से नही।”
एक अन्य यूजर ने अपने ट्वीट में लिखा, “हाथरस में गाँव के अंदर 2 दिनों तक मीडिया को घुसने नहीं देने वाले आज मीडिया की अज़ादी पर ज्ञान दे रहे हैं। वाह। और हाथरस में अंदर न जाने के लिए वहाँ के डीएम, एसपी दोषी है और महाराष्ट्र में सीएम, राहुल, सोनिया दोषी है। कहा से लाते हो जी इतना ‘भोलापन’।
एक अन्य ने लिखा, “सिर्फ काले झंडे दिखाने पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने वाले नारंगी खटमल अब लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं।” बता दें कि, इसी तरह तमाम यूजर्स सीएम के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएँ दे रहे हैं।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट:
अपने राज्य सरकार और सत्ता के नशे निर्दोष मुसलमानों दलितों समाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को यूएपीऐ और दूसरे देशद्रोह के धाराओं के तहत झूठे इल्ज़ाम लगाकर डाक्टरों तक को जेल में बंद करने वाले तथाकथित योगी अभिव्यक्ति की आजादी पर ज्ञान दे रहे है इस बड़ा मजाक और झूठ लोकतंत्र से नही
— ??????? ????? (@SadiqueAnwerKBI) November 4, 2020
डॉ. काफील खान, प्रशांत कनोजिया आणि डझनभर पत्रकारांना जेलमध्ये डांबून ठेवणारा इमर्जन्सी च्या गोष्टी करत आहे
— Praveen Gavit (@praveengavit10) November 4, 2020
सिर्फ काले झंडे दिखाने पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने वाले नारंगी खटमल अब लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं
— Rahul Gandhi FC (@Rahul_Gandhi_FC) November 4, 2020
हाथरस में गाँव के अंदर 2 दिनों तक मीडिया को घुसने नहीं देने वाले आज मीडिया की अज़ादि
पर ज्ञान दे रहे हैं ।।वाहऔर हाथरस में अंदर न जाने के लिए वहाँँ के डीएम sp दोषी है और महाराष्ट्र में मुख्यमन्त्री राहुल सोनिया दोषी है ।
कहा से लाते हो जी इतना ""भोलापन """"— Pathan Javeed (@PathanJaveed14) November 4, 2020
UP में क्वाण्टीन सेंटर की बदहाली दिखाने सीतापुर के पत्रकार रविन्द्र सक्सेना, मिडडे मील में नमक रोटी परोसे जाने की खबर सामने लाने वाले मिर्जापुर के पत्रकार पवन जायसवाल, आज़मगढ़ के पत्रकार संजय जायसवाल, प्रशांत कनौजिया के साथ UP सरकार ने जो किया वो क्या था ? इमरजेंसी या रामराज ? ✌️
— |।Abhishek।| (@its_abshk) November 4, 2020
अर्णब की गिरफ्तारी का हम स्वागत करते है। महाराष्ट्र पुलिस से निवेदन है कि वो जल्द जस्टिस लोया केस की जांच वापस शुरू करें।
— Hitendra Pithadiya ?? (@HitenPithadiya) November 4, 2020
पत्रकार हो तो किसी एक ही पार्टी का पक्ष लेना बंद करो। कभी इसमें मोदी सरकार की खामिया देश की अर्थव्यवस्था शिक्षा बेरोजगारी पर सवाल नहीं किया 3 महीने सुशांत की न्यूज़ दिखा कर
शिक्षा बेरोजगारी देश की अर्थ अवस्था जैसे मुद्दों से जनता को गुमराह किया #WellDoneMumbaiPolice— शिवानी_शर्मा?? (@INDIAN34258) November 4, 2020
List of Journalists arrestd under Modi Govt till now
KC Wangkhem
Om Sharma
MA Ganai
Ashwani Saini
Vishal Anand
Neha Dixit
Sidhart Varadrajan
Prashant Kanojia
Pawan Chaudhary
ASR Pandian
Manish Pandey
Subhas Rai
Vijay Vineet
Zubair AhmedFascism is only when Arnab is arrested?
— dr naveen (@BahrainwalaB) November 4, 2020
जिसने 50 पत्रकारों पर अपने राज्य में मुक़दमे कराके मुँह बंद कर दिए, वह भी प्रेस की स्वतंत्रता पर बोल रहा है ग़ज़ब
हाथरस में पत्रकारों को रोका, मिडडे मील में नमक रोटी व आदर्श गांव की बदहाली,बच्चों के जूते, स्वेटर की बात की,भ्रष्टाचार उजागर किया,कई पत्रकारों को जेल भेज दिया l
— Manish kumar Verma (@KumarSoyat) November 4, 2020
अले अले कौन बोल रहा है, जिसने @PJkanojia को गिरफ्तार करवा कर जेल में डाल दिया, जिसकी पुलिस ने एक @news24tvchannel के पत्रकार के मुंह मे पेशाब किया था, उसे लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी याद आ रही है, संघी मनुवादी
— Dinesh Yadav (@dineshyadav1980) November 4, 2020