भाजपा किसान मोर्चा के पंजाब प्रमुख तरलोचन सिंह गिल ने शनिवार को कृषि विधेयक कानून को लेकर इस्तीफा दिया। इससे पहले, भाजपा महासचिव और कोर कमेटी के सदस्य मालविंदर कांग ने भी इसी मुद्दे को लेकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
तरलोचन सिंह गिल ने मीडिया से कहा, मैंने पार्टी में कृषि विधेयक कानून के खिलाफ आवाज उठाई थी, लेकिन मुझे नजरअंदाज कर दिया गया। गिल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि किसानों के विरोध के कारण पार्टी अधिनियमों को वापस लेगी। बता दें कि, इससे पहले, भाजपा महासचिव और कोर कमेटी के सदस्य मालविंदर कांग ने इसी मुद्दे को लेकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
#Punjab BJP Kisan Morcha President Tarlochan Singh Gill on Saturday resigned from the party over the #FarmBills2020. Earlier, BJP's general secretary in Punjab, Malwinder Singh Kang, had resigned over the same issue pic.twitter.com/ey2mxCuzmP
— NDTV (@ndtv) October 24, 2020
केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए शिरोमणि अकाली दल ने भाजपा से पहले ही किनारा कर लिया है। अकाली दल की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने बिल के विरोध में सबसे पहले मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दिया था। इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री का पद भी छोड़ दिया था।
बता दें कि, केंद्र सरकार के तीनों कानूनों- कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार अधिनियम 2020, कृषक उत्पाद व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम 2020, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मंजूरी मिलने के बाद 27 सितंबर को प्रभावी हुए थे।
संसद के मानसून सत्र में पेश होने के साथ ही इन तीन कृषि कानूनों का देशभर के किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया था। इनका सबसे अधिक विरोध पंजाब और हरियाणा में देखने को मिल रहा है।