नेशनल प्लेटफॉर्म फॉर द राइट्स ऑफ डिसेबल्ड (एनपीआरडी) ने दिव्यांग लोगों के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए बुधवार को तमिलनाडु के अलग-अलग जिलों में भाजपा नेत्री खुशबू सुंदर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इसके तुरंत बाद खुशबू ने कुछ वाक्याशों के गलत इस्तेमाल के लिए माफी मांगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस छोड़ने के बाद सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाली खुशबू ने कहा है कि उन्होंने ‘मानसिक रूप से मंद’ पार्टी छोड़ दी है।

समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एनपीआरडी के महासचिव मुरलीधरन ने कहा कि खुशबू के खिलाफ करीब 30 थानों में शिकायत दर्ज कराई गई है। इनमें से कुछ शिकायत ऑनलाइन दर्ज कराई गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चेन्नई पुलिस आयुक्त के कार्यालय में भी एक शिकायत दर्ज कराई गई है। चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपेट, मदुरै, कोयम्बटूर, तिरुपुर एवं अन्य स्थानों पर शिकायत दर्ज कराई गई है।’’
हालांकि, खुशबू सुंदर ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं जल्दबाजी में, परेशानी और पीड़ा के क्षणों में बोले गए कुछ गलत वाक्यांशों के लिए माफी मांगती हूं।’’
मुरलीधरन ने कहा कि उन्होंने माफी मांग ली है लेकिन तथ्य यह है कि उन्होंने कानून का उल्लंघन किया है जिसमें न्यूनतम छह महीने की सजा का प्रावधान है और उसे अनदेखा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि खुशबू को अपने विरोधियों को निशाना बनाने का पूरा अधिकार है लेकिन ऐसे शब्दों का इस्तेमाल जिससे दिव्यांगों की नकारात्मक छवि बनती है ‘अस्वीकार्य है।
मुरलीधरन ने कहा कि देश और खुशबू जैसे लोगों को याद रखना चाहिए कि कानून में भी इस तरह का अपमान प्रतिबंधित है। बता दें कि, एनपीआरडी एक गैर सरकारी संगठन है, जो दिव्यांगों के अधिकारों के बारे में जागरूकता फैलाने का काम करता है।
गौरतलब है कि, खुशबू सुंदर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गई थी। इस अवसर पर उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा था कि पार्टी उन्हें जो भी जम्मेदारी सौंपेगी वह उसे पूरी जिम्मेदारी से निभाएगी। खुशबू के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच कांग्रेस ने उन्हें सोमवार को ही पार्टी के प्रवक्ता पद से हटा दिया था।