मध्य प्रदेश के मंदसौर के गांधी चौराहे पर बैंड बाजा बजाने वाले कलाकारों ने आर्थिक मुआवजे की मांग को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। बैंड कलाकार धरना प्रदर्शन स्थल पर प्रधानमंत्री मोदी और शिवराज मामा से जुड़े गाने गाकर प्रदेश और केंद्र सरकार को जगा रहे हैं। ताकि लॉकडाउन में पूर्णतः बेरोजगार हो चुके बैंड कलाकारों को कुछ आर्थिक सहायता मिल सके।
प्रदर्शन कर रहे इन संगीत कलाकारों का कहना है कि शादियों की सीजन में लगे लॉकडाउन में उनका व्यवसाय चौपट हो गया है। वहीं, अनलॉक 4.0 के बाद भी बैंडबाजा वालों के लिए कोई निर्देश नहीं है। ये कलाकार आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हैं। कई बैंड बजाने वाले कलाकार, तो आत्महत्या तक कर चुके हैं। कंगाली की कगार पर बैठे इन बैंड बाजे और संगीत कलाकारों को राज्य और केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता की आस है। जहां प्रदेश सरकार ने स्कूलों और निजी बस ऑपरेटरों तक को लॉकडाउन में हुए नुकसान की भरपाई की, तो इन बैंड बाजे वालों को सरकार आखिर नजर अंदाज क्यों कर रही है।
बैंड बाजे और गीत संगीत पर निर्भर इन कलाकारों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पिछले 6 माह से बेरोजगार होकर आर्थिक तंगी से जूझ रहे बैंड और संगीतकार भले ही आज सुरों के साथ सरकार से अपनी मांग रख रहे है लेकिन आगे आक्रमक रुख अपनाने की चेतावनी भी दे रहे हैं। कलाकारों का कहना है कि, हम आर्थिक और मानसिक परेशानियों से गुजर रहे हैं। हमारे जिले में ही छोटे-बड़े संगीत कलाकार को मिलाकर 50 हजार है।
धरना प्रदर्शन कर रहे कलाकारों का कहना है कि, देश के आजाद होने के बाद से कलाकारों ने कभी सरकारों से कोई उम्मीद नहीं रखी। लेकिन कोरोना का आज के बाद हमने हर अधिकारी, मंत्री, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक से याचना की लेकिन अब तक हमारी किसी ने नहीं सुनी।