मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बड़ा झटका लगा है। यहां से पार्टी के वरिष्ठ नेता और पिछला विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले सतीश सिंह सिकरवार ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में मंगलवार (8 सितंबर, 2020) को सतीश सिंह सिकरवार ने ग्वालियर से अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भोपाल पहुंचकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर संगठन प्रभारी चंद्र प्रभाष शेखर, पूर्व मंत्री रामनिवास रावत सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे।
गौरतलब है कि, सिकरवार ने पिछला चुनाव ग्वालियर के पूर्व क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था और उन्हें कांग्रेस के उम्मीदवार मुन्ना लाल गोयल ने परास्त किया था। गोयल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
भाजपा गोयल को आगामी उप चुनाव में उम्मीदवार बनाने वाली है। सिकरवार के कांग्रेस का दामन थामने से इस बात की चर्चा है कि कांग्रेस सिकरवार को ग्वालियर पूर्व से उम्मीदवार बना सकती है।
बता दें कि, सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने भी कमलनाथ सरकार के खिलाफ बगावत छेड़ दी थी। सभी ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर सिंधिया के साथ भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद 3 और कांग्रेसी विधायकन अपनी सदस्यता छोड़कर भाजपा के पाले में आ गए थे। दो सीटें विधायकों के निधन से खाली हुई थीं। इन सभी 27 सीटों पर आगामी अक्टूबर मध्य तक उपचुनाव होने हैं। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)