देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं, अस्पताल में उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। इसी बीच, गुरुवार को उनकी मौत की झूठी अफवाह उड़ गई। इस पर पूर्व राष्ट्रपति के पुत्र अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि उनके पिता अभी जीवित हैं और उनकी मृत्यु की अफवाह फर्जी है। वहीं, उनकी बेटी और कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी कहा कि पूर्व राष्ट्रपति की मौत की खबर झूठी है। हालांकि, उनकी तबीयत में मामूली सुधार है।
पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने आज अपने पिता की मृत्यु की एक खबर पर ट्विटर पर तल्ख शब्दों में लिखा, “मेरे पिता श्री प्रणब मुखर्जी अभी जीवित हैं और उनके हृदय से रक्त का प्रवाह सामान्य (हीमोडायनमिक स्टेबल) रूप से चल रहा है। प्रतिष्ठित पत्रकार सोशल मीडिया पर अफवाहें और फर्जी खबरें प्रसारित कर रहे हैं जो इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि देश में मीडिया झूठ की फैक्ट्री बन गया है।”
My Father Shri Pranab Mukherjee is still alive & haemodynamically stable !
Speculations & fake news being circulated by reputed Journalists on social media clearly reflects that Media in India has become a factory of Fake News .— Abhijit Mukherjee (@ABHIJIT_LS) August 13, 2020
Rumours about my father is false. Request, esp’ly to media, NOT to call me as I need to keep my phone free for any updates from the hospital?
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) August 13, 2020
बता दें कि, कोरोना संक्रमित पूर्व राष्ट्रपति की सोमवार को नई दिल्ली सैन्य अस्पताल में मस्तिष्क में जमा खून का थक्का हटाने के लिए शल्य चिकित्सा की गई है और उनकी स्थिति ‘नाजुक’ बनी हुई है और वह जीवनरक्षक प्रणाली पर हैं। सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल ने बुधवार को एक बयान में कहा, ”प्रणब मुखर्जी की हालत लगातार नाजुक बनी हुई है। इस समय उनकी हालत रक्त प्रवाह के लिहाज से स्थिर है और वह वेंटिलेटर पर हैं।”
प्रणब मुखर्जी साल 2012 से 2017 के बीच भारत के राष्ट्रपति रहे। मुखर्जी 1982 में 47 वर्ष की आयु में भारत के सबसे कम उम्र के वित्त मंत्री बने। 2004 से उन्होंने तीन महत्वपूर्ण मंत्रालयों- विदेश, रक्षा और वित्त मंत्रालय को संभाला और 2012 में राष्ट्र के सर्वोच्च राष्ट्रपति पद पर आसीन हुए।