राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने बुधवार (5 अगस्त) को उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आयोजित भूमि पूजन को लेकर अपनी शुभकामनाएं दी है। बता दें कि, अयोध्या में आधिकारिक समारोह के लिए कांग्रेस को आमंत्रित नहीं किया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या में भगवान राम मंदिर का शिलान्यास करने के तत्काल बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि राम मर्यादा पुरुषोत्तम है और वह घृणा तथा क्रूरता से कभी प्रकट नहीं होते। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “मानवता के मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं। वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं।” उन्होंने कहा, ‘राम प्रेम हैं, वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते। राम करुणा हैं, वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते। राम न्याय हैं, वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते।”
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं। वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं।
राम प्रेम हैं
वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकतेराम करुणा हैं
वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकतेराम न्याय हैं
वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते।— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 5, 2020
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए शुभकामनाएं। हमें उम्मीद है कि आज का कार्यक्रम भाईचारे और राष्ट्रीय एकता की ओर बढ़ाएगा। जय सिया राम।”
राम मंदिर भूमिपूजन की शुभकामनाएँ।
आशा है कि त्याग, कर्तव्य, करुणा, उदारता, एकता, बंधुत्व, सद्भाव, सदाचार के रामबाण मूल्य जीवन पथ का रास्ता बनेंगे।
जय सिया राम ?
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 5, 2020
पार्टी की नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने उम्मीद जताई है कि अयोध्या का समारोह “राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक मेल-मिलाप” का एक अवसर होगा। उन्होंने कहा, “भारतीय उपमहाद्वीप और दुनिया भर में रामायण ने हर दिमाग पर अपनी छाप छोड़ी है और भगवान राम की कहानी मानवता को जोड़ने के लिए एक उत्प्रेरक की तरह है।”
गौरतलब है कि, अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के लिए ‘भूमिपूजन’ समारोह बुधवार दोपहर संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार शुभ मुहूर्त में चांदी की ईंटें रखकर मंदिर की आधारशिला रखी। राम मंदिर का शिलान्यास दोपहर 12 बजकर 44 मिनट पर किया गया।
भूमि पूजन करा रहे पुजारी ने बताया कि, ‘1989 में दुनियाभर से श्रद्धालुओं ने ईंटें भेजी थीं। ऐसी 2 लाख 75 हजार ईंटें हैं, जिनमें से ‘जय श्री राम’ लिखी हुईं 100 ईंटें ली गई हैं। उनमें से 9 ईंटें यहां रखी हुई हैं।’