बिहार के गया जिले के एक क्वारंटाइन सेंटर की छत से नीचे छलांग लगाकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली। मृतक तीन जून को सऊदी अरब से लौटा था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और मामले जांच शुरू कर दी है।
प्रतीकात्मक तस्वीरसूचना एवं जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक नागेंद्र कुमार ने शुक्रवार को बताया कि कोविड-19 से सुरक्षा व बचाव को लेकर किए गए लॉकडाउन के दौरान विभिन्न देशों में फंसे भारतीय प्रवासियों, जो अपने वतन वापस लौटने को इच्छुक हैं, के लिए वंदे भारत मिशन के तहत हवाईजहाज चलाए जा रहे हैं। इस मिशन के तहत बिहार के लिए लैंडिंग प्वाइंट गया जिले को बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत 3 जून को सऊदी अरब के जद्दा से आने वाले हवाई जहाज से गोपालगंज जिले के छतिया गांव निवासी गौरी शंकर के पुत्र विक्की कुमार भी आए थे। विक्की के मेडिकल स्क्रीनिंग करने के बाद के उन्हें निगमा मोनास्ट्री (क्वारंटाइन सेंटर) में क्वारंटाइन किया गया था। जहां सैकड़ों विदेशी क्वारंटाइन हैं। इसी दौरान विक्की ने छत से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने आगे बताया, “छत से कूदकर जान देने की घटना प्रथम दृष्टया उसका निजी समस्या से संबंधित प्रतीत हो रहा है। मृतक के शव का शव परीक्षण कराया जा रहा है। पुलिस घटना की तहकीकात कर रही है।”
बता दें कि, कोरोना संकट के बीच लॉकडाउन में ढील के बाद केंद्र सरकार विदेशों में फंसे लोगों को धीरे-धीरे स्वदेश लाने में जुटी हुई है। वंदेभारत मिशन के तहत उन्हें फ्लाइट से भारत लाया जा रहा है। इसी के तहत बिहार के कई लोग फ्लाइट से लौटे हैं। बोधगया में फ्लाइट उतरने के लिए खास व्यवस्था की गई है। यहां आने वालों को टेस्ट के बाद क्वारंटीन सेंटर में भेजा जा रहा है।
बता दें कि, देश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में हर दिन हो रही बढ़ोतरी से संक्रमितों की कुल संख्या सवा दो लाख से अधिक हो गई है और पिछले 24 घंटों के दौरान सबसे ज्यादा 273 लोगों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा 6348 पर पहुंच गया है। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)