कोरोना लॉकडाउन के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार (22 मई) को रेपो रेट में 40 बीपीएस की कटौती की घोषणा की। साथ ही EMI मोराटोरियम को तीन महीने आगे बढ़ा दिया गया है।
आरबीआई ने रेपो रेट 4.4 फीसदी से घटाकर चार फीसदी कर दिया है। केंद्रीय बैंक द्वारा वाणिज्यिक बैंकों को जिस ब्याज दर पर अल्पावधि ऋण मुहैया करवाया जाता है उसे रेपो रेट कहते हैं। आरबीआई गवर्नर कोरोना संकट से देश की अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए किए गए उपायों को लेकर एक प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे।
कोरोना से निपटने के लिए देशभर में जारी लॉकडाउन की अवधि में केंद्रीय बैंक के गवर्नर यह तीसरी बार राहत के उपायों को लेकर प्रेसवार्ता कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने 27 मार्च को और उसके बाद 17 अप्रैल को कोरोना संकट को लेकर राहत के उपायों की घोषणा की थी। जिसमें EMI मोराटोरियम जैसे बड़े ऐलान किए गए थे।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि कारोना महामारी से उपजे संकट से भारत के उबरने पर सबको भरोसा है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कोरोना वायरस के मद्देनजर कर्ज अदायगी के लिए ऋण स्थगन को तीन महीनों के लिए बढ़ा दिया है।
जिन लोगों ने लोन लिया हुआ है उनके लिए राहत की खबर है। लोन की EMI चुकाने की मोहलत को तीन महीने बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी की वृद्धि नकारात्मक रहेगी।
बता दें कि, इसी महीने कोरोना संकट के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पैकेज के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए लगातार पांच दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। वित्त मंत्री ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के बीच पीएम मोदी की ओर से घोषित किए गए कि 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज, अर्थव्यवस्था को उबारने में मदद करेगा। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)