असम में पिछले साल दिसंबर में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोधी प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा एवं किसान नेता अखिल गोगोई की इसमें कथित भूमिका के बारे में पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को पत्रकार मानस ज्योति बरुआ को तलब किया।
गुवाहाटी स्थित समाचार वेबसाइट के वरिष्ठ पत्रकार मानस ज्योति बरुआ को जांच एजेंसी का नोटिस फोन पर मिला और उनसे शुक्रवार को शहर के बाहरी इलाके सोनापुर में स्थित उसके कार्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।
बरुआ ने समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) को बताया कि, ‘एनआईए के एक अधिकारी ने मुझे फोन किया था और संशोधित नागरिकता कानून विरोधी आंदोलन एवं अखिल गोगोई से संबंधित कुछ प्रश्नों का उत्तर देने के लिये मुझे कल आने के लिये कहा है। जब मैंने कहा कि मुझे कोई नोटिस नहीं मिला है, तो उन्होंने कहा कि कागजी कार्रवाई में कुछ वक्त लग सकता है इसलिये उन्होंने फोन पर मुझसे आग्रह किया है।’
अतीत में असम के विभिन्न समाचार चैनलों के लिये काम कर चुके पत्रकार ने बताया कि वह सालों से गोगोई और उनके संगठन कृषक मुक्ति संग्राम समिति की गतिविधियों को कवर करते आ रहे हैं।
बरुआ ने बताया, ‘मुझे नहीं पता कि एनआईए ने मुझे क्यों बुलाया है। मैंने कुछ अधिवक्ताओं से बातचीत की है और उन्होंने मुझे सलाह दी है कि मुझे कल पूछताछ के लिये मुझे वहां जाना चाहिए और कल मैं वहां समय पर पहुंचुंगा।’ इससे पहले नौ मई को सामाजिक कार्यकर्ता भबेन हंडीक से एनआईए ने पूछताछ की थी।