कोरोना लॉकडाउन के बीच मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में बीती रात से गुरुवार सुबह तक अलग-अलग जगहों पर हुए सड़क हादसों में करीब 16 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई, जबकी 65 से अधिक लोग घायल हो गए। बता दें कि, लॉकडाउन के बीच देश के अलग-अलग राज्यों से प्रवासी मजदूरों का पैंदल और ट्रकों के जरिए अपने घर के लिए सफर जारी है। इस बीच, प्रवासी मजदूरों के साथ लगातार सड़के हादसे की ख़बरें भी सामने आती रही हैं।
बुधवार देर रात मध्य प्रदेश के गुना में एक बस और ट्रक के बीच हुई टक्कर में आठ मजदूरों की मौत हो गई, वहीं 56 लोग घायल हुए हैं। सभी मृतक 8 मजदूर महाराष्ट्र से चले थे और उत्तर प्रदेश में अपने-अपने गांव जा रहे थे। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरगनर में रोहाना टोल प्लाजा के पास बुधवार देर रात एक बस ने मजदूरों को रौंद दिया, जिससे छह लोगों की मौत हो गई। ये बिहार से आए प्रवासी मजदूर थे, जो पंजाब से पैदल अपने घर लौट रहे थे।
वहीं, बिहार के समस्तीपुर में गुरुवार तड़के एक बस और ट्रक की सीधी टक्कर में दो प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई और 12 जख्मी हो गए। बस मुजफ्फरपुर से प्रवासी मजदूरों को लेकर कटिहार जा रही थी।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना में हुए सड़क हादसे में श्रमिकों की मौत पर शोक जताया है। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुजफ्फरनगर में हुई दुर्घटना में प्रवासी कामगारों-श्रमिकों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
सीएम योगी ने सभी घायलों का समुचित उपचार कराने और मृतकों के पार्थिव शरीर बिहार राज्य भेजने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रूपए की आर्थिक मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)