कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों पर कांग्रेस की चेतावनी को अनदेखा किए जाने का आरोप लगाया है। पी चिदंबरम ने कहा कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र में प्रवासी मजदूरों की मालगाड़ी से कट कर मरने की घटना पर मगरमच्छ के आंसू बहा रही है।
file photoपी चिदंबरम ने अपने ट्वीट में लिखा, “बिना काम, पैसे या अनाज के लाकडाउन किए गए प्रवासी मजदूरों के मुद्दों को पहली बार कांग्रेस ने उठाया था। कांग्रेस ने सबसे पहले मांग की थी कि सबसे गरीब 50% परिवारों को नकद और अनाज दिया जाना चाहिए, जिसमें प्रवासी मजदूर शामिल होगें। सरकारों ने हमारे आह्वान पर ध्यान नहीं दिया।”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, “कांग्रेस ने सबसे पहले मांग की थी कि प्रवासी मजदूर जो अपने गृह राज्यों में वापस जाना चाहते हैं, उन्हें सुविधा दी जाए। 38 दिनों तक केंद्र सरकार ने अपने पैर को खींचे रखा।” उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस ने पहली बार इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित किया की ट्रेनों और बसों के बिना हजारों प्रवासी मजदूर पैदल घर वापस जा रहे हैं। हमारी चेतावनी पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।”
पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “अब, सरकारें उन प्रवासी मजदूरों के लिए मगरमच्छ के आँसू बहा रही हैं, जो एक ट्रेन से मारे गए थे। सरकारों को छोड़कर, सबको राजमार्गों और रेलवे पटरियों पर त्रासदी हर दिन दिखाई देती है।”
अब, सरकारें उन प्रवासी मजदूरों के लिए मगरमच्छ के आँसू बहा रही हैं, जो एक ट्रेन से मारे गए थे। सरकारों को छोड़कर, सबको राजमार्गों और रेलवे पटरियों पर त्रासदी हर दिन दिखाई देती है।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 9, 2020
बता दें कि, कोरोना लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया था, यहां मालगाड़ी की चपेट में आने के से करीब 16 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई थी। घटना के वक्त ये सभी मजदूर पटरी पर सो रहे थे। मृतक सभी मजदूर मध्य प्रदेश के रहने वाले थे। इस घटना पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम नेताओं ने भी दुख जताया था।