आरोग्य सेतु एप को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा सवाल उठाए जाने पर निशाना साधते हुए भाजपा ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस नेता हर दिन ‘‘एक नया झूठ’’ बोलते हैं। भाजपा ने कहा कि जिन लोगों ने जीवन भर केवल निगरानी रखने का काम किया, वे नहीं समझ सकते कि प्रौद्योगिकी का भलाई के कार्यों में भी उपयोग किया जा सकता है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोग्य सेतु ऐप को निजी आपरेटर को आउटसोर्स किए जाने को खारिज करते हुए कहा कि इसमें डाटा सुरक्षा की ठोस व्यवस्था है। केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘श्रीमान गांधी, वक्त आ गया है कि आप अपना ट्वीट ऐसे लोगों को आउटसोर्स करना बंद कर दें, जिनको भारत की समझ ही नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि इस एप की दुनिया भी में सराहना की जा रही है जिसे सरकार ने कोरोना वायरस से लड़ाई में एक महत्वपूर्ण हथियार बताया है।
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हर दिन एक नया झूठ। आरोग्य सेतु एप शक्तिशाली सहयोगी है जो लोगों की सुरक्षा करता है। इसमें डाटा सुरक्षा की ठोस व्यवस्था है। जो लोग जीवन भर निगरानी करने में जुटे रहे, वे नहीं समझ सकते कि प्रौद्योगिकी का अच्छे कार्यों में उपयोग किया जा सकता है।’’
Daily a new lie.
Aarogya Setu is a powerful companion which protects people. It has a robust data security architecture.
Those who indulged in surveillance all their lives, won’t know how tech can be leveraged for good! https://t.co/t8ThXmddcS— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) May 2, 2020
वहीं, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी राहुल गांधी पर तंज करते हुए कहा कि वह बड़े होने को तैयार नहीं हैं । उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें आरोग्य सेतु एप के बारे में जानकारी नहीं है और वे गैर जिम्मेदाराना एवं गलत बयान देकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं।’’ पात्रा ने कहा कि सरकार ने कई मौकों पर वैज्ञानिक तरीके से इस बारे में आशंकाओं को दूर किया है और वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि यह कोविड-19 से लडाई में निजी सुरक्षा कर्मी की तरह है।
गौरतलब है कि, राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि ‘आरोग्य सेतु’ एक अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली है जिससे निजता एवं डेटा सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा हो रही हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आरोग्य सेतु एक अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली है जिसे एक निजी ऑपरेटर को आउटसोर्स किया गया है तथा इसमें कोई संस्थागत जांच-परख नहीं है। इससे डेटा सुरक्षा और निजता को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो रही हैं।’’ गांधी ने कहा, ‘‘प्रौद्योगिकी हमें सुरक्षित रहने में मदद कर सकती है, लेकिन नागरिकों की सहमति के बिना उन पर नजर रखने का डर नहीं होना चाहिए।’’
इससे पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ‘आरोग्य सेतु’ से जुड़े एक सवाल पर वीडियो लिंक के जरिए संवाददाताओं से कहा, ‘‘आरोग्य सेतु के संदर्भ में कई विशेषज्ञों ने निजता का मुद्दा उठाया है। कांग्रेस इस विषय पर विचार कर रही है और अगले 24 घंटे में समग्र प्रतिक्रिया देगी।’’ गौरतलब है कि, सरकार ने कोरोना संक्रमण को ट्रैक करने के लिए आरोग्य सेतु ऐप की शुरुआत की है। खबरों के मुताबिक इस ऐप को करोड़ों लोग डाउनलोड कर चुके हैं। (इंपुट: भाषा के साथ)