पश्चिम बंगाल की कोलकाता पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर ट्वीट कर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है। कोलकाता पुलिस ने केंद्रीय मंत्री के ट्वीट पर जवाब देते हुए कहा कि बाबुल सुप्रियो द्वारा किया गया ये ट्वीट पूरी तरह से गलत है।
फाइल फोटो: Indian Expressकोलकाता पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बाबुल सुप्रियो को जवाब देते हुए लिखा, ‘बाबुल सुप्रियो द्वारा किया गया ये ट्वीट पूरी तरह से गलत और झूठी जानकारी है, कोलकाता पुलिस ने सोमनाथ दास के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया है।’ कोलकाता पुलिस ने बाबुल सुप्रियो के उस ट्वीट का जवाब दिया है, जिसमें केंद्रीय मंत्री ने एमआर बांगुर अस्पताल की हालत दिखाने वाला वीडियो पोस्ट की थी।
The tweet from @SuPriyoBabul is completely incorrect and a misinformation. Somnath Das has not been ‘booked’ by Kolkata Police. https://t.co/az9MxPvDx6
— Kolkata Police (@KolkataPolice) April 22, 2020
केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए उस वीडियो से विवाद खड़ा हो गया था, जिसमें कथित तौर पर एक मृत मरीज को एक राजकीय अस्पताल के पृथक वार्ड में दिखाया गया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने इस वीडियो की सत्यता पर सवाल उठाया था और कहा है कि विपक्षी भाजपा फर्जी खबर फैलाने में ‘माहिर’ है।
सुप्रियो ने बुधवार को एक वीडियो ट्विटर पर पोस्ट करते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से मामले की तत्काल जांच करने का आग्रह किया। वीडियो में कथित तौर पर आइसोलेशन वॉर्ड में मृत मरीज को दिखाया गया है। सुप्रियो ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ‘यह एक चौंकाने वाला वीडियो है… चूंकि यह वीडियो सार्वजनिक है, इसलिए मैं पश्चिम बंगाल की माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आग्रह करता हूं कि वह इसकी पूरी जांच कराएं और तथ्य जारी करें।’
वीडियो शूट करने वाला व्यक्ति यह कहते हुए सुना जा सकता है कि शव दो से तीन घंटे से वार्ड में पड़े हैं। शवों में से एक प्लास्टिक की चादर से ढका हुआ दिखता है। वहीं, दूसरा एक कपड़े से ढका हुआ है। शव के दोनों तरफ रोगी बैठे दिख रहे हैं। पश्चिम बंगाल सरकार ने बीते दिन से अस्पतालों के अंदर मोबाइल फोन ले जाने पर पाबंदी लगा दी।
What’s very concerning is, inspite of this VDO being super-viral on all platforms, TILL NOW the WB Govt of @MamataOfficial Didi, did not come up with any claim that this is a fake VDO or that the hospital is not Bangur!!That takes us Very Close to believing it is indeed authentic https://t.co/Ec92ByNdgg
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) April 21, 2020
सुप्रियो ने एक अन्य ट्वीट में कहा था कि अभी तक राज्य सरकार ने यह दावा नहीं किया है कि वीडियो फर्जी है, इससे यह भरोसा होता है कि वीडियो वास्तव में सही है। हालांकि, बाद में सुप्रियो के शेयर किए गए वीडियो को राज्य सरकार ने फेक करार दिया है। राज्य सरकार ने आरोप लगाते हुए कहा कि यह वीडियो फर्जी है और भाजपा फेक वीडियो वायरल करने में माहिर है।
पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि वीडियो की सत्यता का पता लगाने की जरूरत है और यदि सामग्री सही पाई जाती है तो प्रशासन उचित कदम उठाएगा। चटर्जी ने कहा, ‘हमें पहले जांचना होगा कि वीडियो सही है या नकली, जैसा कि हम सभी जानते हैं कि बीजेपी फर्जी वीडियो फैलाने में माहिर है।’ (इंपुट: भाषा के साथ)