कोरोना वायरस के खिलाफ ‘जनता कर्फ्यू’ का दिखा असर: देशभर के शहरों में पसरा सन्नाटा, दुकानें बंद, घरों से नहीं निकल रहे लोग

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील करने के बाद आज (रविवार, 22 मार्च) पूरा देश ‘जनता कर्फ्यू’ के समर्थन में उतर रहा है। कोरोना वायरस यानी कोविड-19 से लड़ाई के लिए जनता कर्फ्यू के आह्वान पर सुबह 7 बजे से रात के 9 बजे तक किसी को भी अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलना है। लोगों से आग्रह किया गया है वे स्वेच्छा से कोरोनो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए घरों में ही रहें जबकि इस दिन सार्वजनिक परिवहन सेवा निलंबित कर दी जाएगी या इसमें कमी कर दी जाएगी और आवश्यक वस्तुओं से जुड़ी दुकानों के अलावा अन्य सभी बाजार और दुकानें बंद रहेंगी। पीएम मोदी की इस अपील का असर देश के कई हिस्सों में देखने को मिल रहा है।

फोटो: जयपुर

मुख्यमंत्रियों और अन्य नेताओं ने पार्टी लाइनों से ऊपर उठते हुए लोगों से सुबह 7 से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए सामाजिक मेलजोल से दूरी बनाना जरूरी है क्योंकि कोरोना के मामले बढ़ गए हैं। शनिवार को 60 नए मामले सामने आने के बाद इसके मामले बढ़कर 283 हो गए। यह एक दिन में सामने आए सबसे अधिक मामले हैं। महाराष्ट्र, ओडिशा और बिहार जैसे राज्यों ने महीने के अंत तक आंशिक बंदी लागू कर दी है।

देश के किसी भी रेलवे स्टेशन से रविवार रात 10 बजे तक कोई भी पैसेंजर ट्रेन नहीं चलेगी, जबकि सभी उपनगरीय ट्रेन सेवाओं को न्यूनतम कर दिया जाएगा। दिल्ली सहित अन्य शहरों में मेट्रो सेवाएं दिनभर स्थगित रहेंगी। गोएयर, इंडिगो और विस्तार जैसह उड्डयन कंपनियों ने घोषणा की है कि वे रविवार को देश भर में अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगी।

कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) ने घोषणा की है कि वे रविवार को देशभर में अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे। हर क्षेत्र में संगठनों और संस्थानों ने रविवार के लिए पाबंदियों की घोषणा की है। रविवार को गिरजाघरों में होने वाली प्रार्थना ‘संडे मास’ सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों में होने वाली नियमित प्रार्थनाओं को स्थगित कर दिया गया है। जेल के कैदियों को अपने परिवार से मिलने पर रोक लगा दी गई है।

मोदी ने गुरुवार को आह्वान किया था कि 22 मार्च को सुबह 7 बजे से 9 बजे के बीच ‘जनता कर्फ्यू’ का पालन करें। उन्होंने कहा था कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को छोड़कर कोई भी नागरिक अपने घर से बाहर न निकले। उन्होंने कहा था कि यह कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत की तैयारी प्रदर्शित करने की एक परीक्षा होगी। (इंपुट: भाषा के साथ)

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