कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर अपने आलोचकों से बात नहीं करते। पूर्व गृहमंत्री ने यह भी कहा कि मोदी को अपने कुछ प्रमुख आलोचकों के सवालों का जवाब देने चाहिए ताकि लोग इस कानून को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकें।
file photoकांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा, “पीएम का कहना है कि सीएए का मतलब नागरिकता देना है, इसे छीनना नहीं। हम में से कई का मानना है कि सीएए (एनपीआर या एनआरसी के साथ मिलकर) कई व्यक्तियों को “गैर-नागरिक” घोषित करेगा और नागरिकता ले जाएगा।”
उन्होंने आरोप लगाया कि, “पीएम उच्च मंच से मूक दर्शकों से बात करते हैं और सवाल नहीं लेते। हम मीडिया के माध्यम से बात करते हैं और मीडिया के लोगों से सवाल को लेकर तैयार रहते हैं।”
उन्होंने आगे लिखा, “पीएम अपने आलोचकों से बात नहीं कर रहे हैं। आलोचकों के पास पीएम से बात करने का अवसर नहीं है। पीएम के पास एकमात्र तरीका यह है कि वो अपने सबसे मुखर आलोचकों में से पांच का चयन करें और उनके साथ टेलीविज़न पर प्रश्न और उत्तर सत्र करें।”
एक अन्य ट्वीट में पी चिदंबरम ने लिखा, “लोगों को चर्चा को सुनने और सीएए पर अपने निष्कर्ष पर पहुंचनें दें। मुझे पूरी उम्मीद है कि पीएम इस सुझाव पर अनुकूल प्रतिक्रिया देंगे।”