झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने रविवार (29 दिसंबर) को झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। सोरेन को प्रदेश की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने रांची के मोरहाबादी मैदान में शपथ दिलाई। 44 वर्षीय सोरेन दूसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं। हेमंत सोरेन के अलावा कांग्रेस और आरजेडी के भी विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली।
सोरेन के साथ कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव तथा राजद विधायक सत्यानंद भोक्ता ने भी कैबिनेट मंत्रियों के तौर पर शपथ ली। हाल ही में संपन्न झारखंड विधानसभा चुनाव में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 81 सदस्यीय विधानसभा में 47 सीटें हासिल की हैं। तीन पार्टियों के गठबंधन को चार अन्य विधायकों ने भी समर्थन दिया है।
इनमें से तीन विधायक झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के और एक विधायक भाकपा (माले) के हैं। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मौजूद थे।
केजरीवाल, उद्धव और कमलनाथ समेत कई नेता नहीं पहुंचेंगे रांची
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रांची नहीं आ रहे हैं। इतना ही नहीं शपथ ग्रहण को विपक्षी एकजुटता का बड़ा केन्द्र बनाने के प्रयास में जुटी कांग्रेस और झामुमो को उस समय बड़ा झटका लगा जब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती के भी रांची का कार्यक्रम नहीं बनाए जाने की जानकारी मिली।