नागरिकता संशोधन बिल पर भड़के सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू, कहा- असम भी कश्मीर की तरह जल रहा है

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नागरिकता संशोधन बिल बुधवार को राज्यसभा से भी गर्मा गरम बहस के बाद पास हो गया। बिल के पक्ष में 125 और विपक्ष में 105 वोट पड़े। अब इस बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह बिल कानून में तब्दील हो जाएगा। इस बिल को सोमवार रात को लोकसभा से मंजूरी मिली थी।

नागरिकता संशोधन बिल
फोटो: सोशल मीडिया

नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) को संसद द्वारा मंजूरी प्रदान किए जाने के बीच इसे लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर असम के गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में बुधवार को अनिश्चिकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया। असम के गुवाहाटी और जोरहाट में सेना को बुला लिया गया है, जबकि त्रिपुरा में असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है।

इस बीच, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने नागरिकता संशोधन बिल के बहाने मोदी सरकार को घेरा है। पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने बुधवार रात ट्वीट कर कहा, ‘असम भी कश्मीर की तरह जल रहा है। देश में आग लगी है और ये आधुनिक ‘नीरो’ बेखबर हैं। हनुमान जी ने तो सिर्फ लंका जलाई थी, लेकिन ये आधुनिक हनुमान जी तो पूरे भारत में आग लगा देंगे।’

बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कण्डेय काटजू देश से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं।

नागरिकता संशोधन विधेयक बुधवार को राज्यसभा में 105 के मुकाबले 125 मतों से पास हो गया। अब इस बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह बिल कानून में तब्दील हो जाएगा। बता दें कि, इस बिल को सोमवार रात को लोकसभा से मंजूरी मिली थी। इसे लेकर असम, त्रिपुरा समेत देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।

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