कांग्रेस की अगुवाई में कई विपक्षी दलों ने संविधान दिवस के अवसर पर संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक का बहिष्कार किया और संसद भवन परिसर में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष प्रदर्शन किया। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत शिवसेना, एनसीपी समेत दूसरे पार्टियों के सांसद मौजूद हैं।
कांग्रेस ने मंगलवार को संविधान की रक्षा का संकल्प व्यक्त करते हुए कहा कि वह सत्ता के मद में चूर तानाशाही सरकार को संविधान को गिरवी नहीं रखने देगी। महाराष्ट्र के मुद्दे पर हुए इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कई अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए।
प्रदर्शन में कांग्रेस के अलावा द्रमुक, राकांपा, राजद, भाकपा, माकपा, तृणमूल कांग्रेसऔर शिवसेना सहित अन्य विपक्षी दलों के नेता शामिल थे। यह पहला मौका है जबकि कांग्रेस द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन को शिवसेना का समर्थन मिला।
#WATCH #ConstitutionDay: Congress interim President Sonia Gandhi reads a copy of Indian Constitution in front of the Ambedkar Statue in the Parliament. Leaders of Opposition parties are protesting in Parliament premises today, opposing govt formation in Maharashtra by BJP. pic.twitter.com/5QQiN7TMvh
— ANI (@ANI) November 26, 2019
Delhi: Leaders of Opposition parties, including Congress' Sonia Gandhi, former PM & Congress leader Manmohan Singh and Shiv Sena's Arvind Sawant, hold a protest in front of the Ambedkar Statue in Parliament. https://t.co/vjsVAUcg1F pic.twitter.com/3qM3m7NGvI
— ANI (@ANI) November 26, 2019
प्रदर्शन की अगुवाई सोनिया गांधी ने की। इन नेताओं ने हाथों में बैनर ले रखा था जिस पर ‘संकट में संविधान संकट‘‘ लिखा हुआ था। उन्होंने ‘‘संविधान की हत्या बंद करो‘ के नारे लगाये। प्रदर्शन में द्रमुक के टी आर बालू, शिवसेना के अरविंद सावंत, तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय और राकांपा के माजिद मेमन सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया। (इंपुट: भाषा के साथ)