महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना दोनों की तरफ से जमकर बयानबाजी हो रही है। शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने सुबह दुष्यंत चौटाला के सहारे भाजपा पर तंज कसा तो कुछ देर बाद ही बीजेपी ने दो टूक कह दिया कि मुख्यमंत्री का पद शेयर नहीं किया जाएगा।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले जब गठबंधन को अंतिम रूप दिया गया था तब शिवसेना से ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद का वादा नहीं किया गया था। राज्य में अगली सरकार में सत्ता में भागीदारी को लेकर भाजपा एवं शिवसेना के बीच चल रही तकरार के बीच फडणवीस ने कहा कि वह अगले पांच साल तक वही मुख्यमंत्री रहेंगे।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि, हमारे पास अब तक 10 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। हमें उम्मीद है कि 5 और निर्दलीय विधायक हमारा समर्थन करेंगे।
Maharashtra CM Devendra Fadnavis: We have support of 10 independent MLAs till now. We expect 5 more independent MLAs to support us. (file pic) pic.twitter.com/ONTLPMbWLS
— ANI (@ANI) October 29, 2019
इस बीच, भाजपा के राज्यसभा सांसद संजय ककडे ने दावा किया कि शिवसेना के 45 विधायक हमारे संपर्क हैं। ANI के मुताबिक भाजपा सांसद संजय काकड़े ने कहा, “शिवसेना के 45 नवनिर्वाचित विधायक मुख्यमंत्री के संपर्क में हैं और वे चाहते हैं कि गठबंधन सरकार बनाए। मुझे लगता है कि इन 45 विधायकों में से कुछ उद्धव ठाकरे को मना लेंगे और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार बना लेंगे। मुझे नहीं लगता कि कोई अन्य विकल्प है।”
BJP MP Sanjay Kakade: 45 newly elected MLAs in Shiv Sena are in touch with Chief Minister & want alliance government to be formed. I think few of these 45 MLAs will convince Uddhav Thackeray and form government with Devendra Fadnavis as CM. I don't think there is any other option pic.twitter.com/RMvQlViqN9
— ANI (@ANI) October 29, 2019
गौरतसलब है कि, महाराष्ट्र में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 56 सीटें जीती हैं और राज्य की अगली सरकार में सत्ता में भागीदारी को लेकर दोनों के बीच तकरार चल रही है। पिछले सप्ताह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा को उनके, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एवं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले 50:50 के फार्मूले पर बनी सहमति की याद दिलाई थी। (इंपुट: भाषा के साथ)