भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में हाल में शामिल होने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व विधायक कपिल मिश्रा अपने एक ट्वीट को लेकर विवादों में घिर गए हैं।
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया था, “प्रदूषण कम करना है तो… यह वाले पटाखे कम करो, दिवाली के पटाखे नहीं।” अपने इस ट्वीट के साथ ही कपिल मिश्रा ने एक शख्स की फोटो भी शेयर की थी। तस्वीर में एक बुजुर्ग व्यक्ति टोपी लगाए हुए हैं और कुछ बच्चों तथा बुर्का पहने महिला के साथ कतार में खड़ा है।
हालांकि, ट्विटर ने बाद में दिशा निर्देशों का उल्लंघन करने को लेकर इस ट्वीट को हटा दिया। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, इस ट्वीट को लेकर कपिल मिश्रा के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी गई है।
दरअसल, दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली के मौके पर पटाखों पर पाबंदी लगाई है। कोर्ट की इसी पाबंदी से नाख़ुश कपिल मिश्रा ने सोशल मीडिया पर मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणी कर डाली।
Complaint registered against BJP leader Kapil Mishra for his tweet on Diwali stating, "Pollution kam karna hai to yeh wale patakhe kam karo, Diwali ke patakhe nahi," (file pic) pic.twitter.com/tBCnao3vvP
— ANI (@ANI) October 29, 2019
राष्ट्रीय जनता दल ने मिश्रा पर बरसते हुए कहा आरोप लगाया कि वह अपनी ओछी राजनीति के लिए मुस्लिम बच्चों की तुलना प्रदूषण से कर रहे हैं। राजद ने ट्वीट कर लिखा, “मुस्लिम बच्चों की तुलना एक सियासी रोटी को भूखा प्रदूषण से करता है, समाज में आपसी वैमनस्य को बढ़ावा देता है और घटिया मसखरे के समर्थन में RTs, likes की बौछार हो जाती है! यही घृणा है नरेंद्र मोदी की ताकत और विरासत!”
मिश्रा ने राजद पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने केवल बच्चों की तस्वीरें पोस्ट की हैं, लेकिन वे इसे मुस्लिम के तौर पर देख रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मेरे ट्वीट में हिंदू और मुस्लिम शामिल नहीं था। अगर यह तस्वीर किसी हिंदू परिवार की होती तो क्या वह इसी तरीके से प्रतिक्रिया देते।’
मुस्लिम बच्चों की तुलना एक सियासी रोटी को भूखा प्रदूषण से करता है, समाज में आपसी वैमनस्य को बढ़ावा देता है और घटिया मसखरे के समर्थन में RTs, likes की बौछार हो जाती है!
यही घृणा है नरेंद्र मोदी की ताकत और विरासत! https://t.co/YgL7Ax5BoH
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) October 28, 2019
वहीं, कपिल के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर भी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिली। वहीं कपिल मिश्रा का कहना है कि वह सिर्फ प्रदूषण नियंत्रण की बात कह रहे थे। लेकिन उनको फोन पर और सोशल मीडिया में गालियां दी जा रही हैं।