रैनबैक्सी के पूर्व प्रमोटर मालविंदर और शिविंदर सिंह धोखाधड़ी और ठगी के आरोप में गिरफ्तार

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दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने धोखाधड़ी और ठगी के आरोप में फार्मा कंपनी रैनबैक्सी के दो पूर्व प्रमोटरों मालविंदर सिंह और शिविंदर सिंह को गिरफ्तार किया है। शिविंदर को गुरुवार शाम को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। वहीं, मालविंदर सिंह को आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने गुरुवार देर रात पंजाब से पकड़ा।

रैनबैक्सी

दोनों भाइयों पर धोखाधड़ी और ठगी का आरोप है। शिविंदर के साथ तीन और लोगों की गिरफ्तारी हुई है। दिल्ली पुलिस ने रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड द्वारा मिली शिकायत के आधार पर इनको गिरफ्तार किया। रेलिगेयर का आरोप है कि इन तीनों लोगों ने कंपनी से मिले फंड में हेराफेरी करते हुए उसे बिना जानकारी के डायवर्ट भी किया।

शिविंदर सिंह पर 740 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी का आरोप है। बता दें कि बीते अगस्त में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धनशोधन रोधी कानून से जुड़े एक मामले में मालविंदर मोहन सिंह और शिविंदर मोहन सिंह के परिसरों पर छापेमारी की थी।

समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, मामले के सिलसिले में तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनकी पहचान कवि अरोड़ा, सुनील गोधवानी और अनिल सक्सेना के रुप में हुई है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा शिविंदर, उनके बड़े भाई और अन्य लोगों के खिलाफ रेलिगेयर फिन्वेस्ट की एक शिकायत की जांच कर रही है। गोधवानी, रेलिगेयर फिन्वेस्ट के पूर्व अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘आरएफएल में प्रबंधन बदला, नए प्रबंधन ने जब कार्यभार संभाला तो उसने पाया कि एक बार कर्ज लिया गया और उस धनराशि का सिंह और उनके भाई से जुड़ी अन्य कंपनियों में निवेश कर दिया गया। प्रबंधन ने आर्थिक अपराध शाखा में शिकायत की जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।’

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