जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पैदा हुए हालात का जायजा लेने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर जा रहा है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद राहुल गांधी आज पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं। 11 विपक्षी नेताओं के साथ हालात का जायजा लेंगे। यह प्रतिनिधिमंडल वहां के लोगों और पार्टी नेताओं से मुलाकात करेगा। वहीं, दूसरी और जम्मू-कश्मीर के प्रशासन ने उनसे दौरे को टालने की अपील की है।

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी किए जाने तथा राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के बाद राहुल गांधी का शनिवार को कश्मीर घाटी का पहला दौरा होगा। यह प्रतिनिधिमंडल वहां के लोगों और पार्टी नेताओं से मुलाकात करेगा।
हालांकि जम्मू-कश्मीर के प्रशासन ने राहुल गांधी से दौरा टालने की अपील की है। जम्मू-कश्मीर के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने विपक्षी नेताओं से अपील की है, ‘राजनीतिक नेताओं से अपील है कि वे श्रीनगर के दौरे पर न आएं क्योंकि इससे अन्य लोगों को असुविधा होगी।
कश्मीर दौरे पर जाने वाले विपक्ष के प्रतिनिधिमंडल में शामिल एनसीपी नेता माजिद ने कहा कि, हमारा उद्देश्य वहां जाकर डिस्टर्ब करने का नहीं है। हम सरकार के विरोध में वहां नहीं जा रहे हैं। हम सरकार के समर्थन में जा रहे हैं, जिससे कि हम यह सलाह दे सकें कि क्या किया जाना चाहिए।
NCP leader Majeed Memon who is part of Opposition delegation which will visit J&K today: Our motive is not to go & create disturbances, we aren't going in govt's opposition, we are going in govt's support, so that we too give suggestions as to what must be done. pic.twitter.com/U502HYoEz1
— ANI (@ANI) August 24, 2019
जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म किए जाने के बाद से विपक्ष घाटी के हालात को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास करता रहा है। इसी क्रम में राहुल गांधी के ट्वीट का जवाब देते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने उन्हें कश्मीर आकर हालात देखने का न्योता दिया था।
बता दें कि अनुच्छेद 370 को हटाने के फैसले से पहले से ही जम्मू-कश्मीर के कई नेता नजरबंद हैं। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला भी शामिल हैं। पिछले दिनों जब विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद कश्मीर जाने की कोशिश कर रहे थे तो उन्हें जम्मू एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया और दिल्ली वापस भेज दिया गया।