2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) के सरगना हाफिज सईद को आतंकवाद के वित्त पोषण के आरोपों में आतंकवाद रोधी विभाग (सीटीडी) ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से बुधवार को गिरफ्तार किया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिका की पहली यात्रा से कुछ दिन पहले यह कार्रवाई की गई है।
सीटीडी के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि सईद आतंकवाद वित्तपोषण को लेकर उसके खिलाफ दर्ज मामले में अग्रिम जमानत के लिए लाहौर से गुजरांवाला जा रहा था, तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके खिलाफ कई मामले लंबित हैं।
गिरफ्तार करने के फौरन बाद सईद को गुजरांवाला में आतंकवाद रोधी अदालत में पेश किया गया, जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इसके बाद उसे उच्च सुरक्षा वाली कोट लखपत जेल भेज दिया गया जहां पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ बंद हैं। शरीफ अल-अजीजिया मिल्स भ्रष्टाचार मामले में सात साल की जेल की सजा काट रहे हैं।
गिरफ्तारी का श्रेय लेकर ट्रोल हुए ट्रंप
पाकिस्तान की सरकार द्वारा आतंकवादी हाफिज सईद को गिरफ्तार किए जाने का श्रेय लेते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि इस मामले में पिछले दो साल से बनाया गया भारी दबाव काम आया। सईद को मुंबई आतंकी हमले का ‘तथाकथित मास्टमाइंड’ बताते हुए ट्रंप ने कहा कि 10 साल की तलाश के बाद उसे गिरफ्तार किया गया है।
ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, ’10 साल की खोज के बाद, पाकिस्तान में मुंबई आतंकवादी हमलों के तथाकथित ‘मास्टरमाइंड’ हाफिज सईद को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे तलाशने के लिए पिछले दो सालों में भारी दबाव डाला गया है!’
After a ten year search, the so-called “mastermind” of the Mumbai Terror attacks has been arrested in Pakistan. Great pressure has been exerted over the last two years to find him!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) July 17, 2019
डोनाल्ड ट्रंप के इस ट्वीट के बाद उन्हें जमकर ट्रोल किया गया। लोगों ने कहा कि सईद को खोजना कभी भी बड़ा मुद्दा नहीं था। वह स्वतंत्र रूप से पाकिस्तान में घूमता था और आसानी से दिखाई देता था। उसे कई बार गिरफ्तार किया गया और बाद में रिहा कर दिया गया। यूजर्स ने कहा कि उसकी पार्टी चुनाव भी लड़ी और आपको उसे खोजने में 10 साल लग गए।
वरिष्ठ पत्रकार दिबांग ने ट्वीट कर लिखा, “ट्रंप ने लिया श्रेय, कहा #हाफिजसईद की गिरफ्तारी भारी अमेरिकी दबाव के चलते हुई। ट्रम्प ने कहा 10 साल की खोज के बाद सईद हुआ गिरफ्तार, सच्चाई है वो खुलेआम घूमा रहा था, उसकी पार्टी चुनाव तक लड़ी। ट्रम्प ने उसको मुंबई हमले का #तथाकथित मास्टरमाइंड बताया जबकि कि वो ही मास्टरमाइंड है
#कुछभी”
वहीं, एक पत्रकार कादंबिनी शर्मा ने लिखा, “ट्रंप कहते हैं हाफ़िज़ सईद को खोजने में 10 साल लगे.सच ये है कि ये आतंकी खुलेआम पाक में घूम रहा था,रैलियाँ कर रहा था, चंदा जमा कर रहा था” इसके अलावा पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत ने ट्रंप पर तंज कसते हुए लिखा, “बस कर पगले रुलाएगा क्या”
देखें, लोगों की प्रतिक्रियाएं:
Bass kar pagle ab rulayega kya.. https://t.co/snalqO295d
— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) July 17, 2019
ट्रंप कहते हैं हाफ़िज़ सईद को खोजने में 10 साल लगे.सच ये है कि ये आतंकी खुलेआम पाक में घूम रहा था,रैलियाँ कर रहा था, चंदा जमा कर रहा था
— Kadambini Sharma (@SharmaKadambini) July 17, 2019
What a mockery! Is US President not informed that Hafiz Saeed moved freely in Pakistan for last one decade and mocked US, Israel and India challenging to take action! This reflects poorly on US diplomacy and security apparatus. Should one laugh or cry at this ridiculous tweet? https://t.co/hlh6iy9SCd
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) July 17, 2019
ट्रंप ने लिया श्रेय
कहा #हाफिजसईद की गिरफ्तारी भारी अमेरिकी दबाव के चलते हुई
ट्रम्प ने कहा 10 साल की खोज के बाद सईद हुआ गिरफ्तार, सच्चाई है वो खुलेआम घूमा रहा था, उसकी पार्टी चुनाव तक लड़ी
ट्रम्प ने उसको मुंबई हमले का #तथाकथित मास्टरमाइंड बताया जबकि कि वो ही मास्टरमाइंड है#कुछभी https://t.co/rAR7zjHY4e— Dibang (@dibang) July 17, 2019
I really feel sorry for India because we have Modi. But then I see Trump and feel sorrier for America. They spent 10 years searching for a man who roamed freely, contested elections.
— Preeti Sharma Menon (@PreetiSMenon) July 17, 2019
This is Hafiz Saeed filmed in Lahore on November 24th, 2017 after authorities released him from 10 months of house arrest. https://t.co/brIeRoXNo7
— Morten Øverbye (@morten) July 17, 2019
“So-called”..!!! Is this sarcasm directed at Pakistan? Or you are serious? BTW, he was openly doing rallies these 10 years….founded a political party and even fought election. Did he need to be found ?
— Manak Gupta (@manakgupta) July 17, 2019
बता दें कि आतंकी हाफिज सईद के नेतृत्व वाला जेयूडी लश्कर-ए-तैयबा का ही संगठन है जो 2008 मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार है। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे। अमेरिका के वित्त विभाग ने सईद को आतंकवादी सूची में डाल रखा है और अमेरिका ने 2012 से ही सईद को सजा दिलाने के लिए सूचना देने के वास्ते एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है। सईद की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब प्रधानमंत्री इमरान खान 21 जुलाई को अमेरिका की यात्रा पर जाएंगे और इस दौरान वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत करेंगे।
ट्रंप लगातार पाकिस्तान से आतंकवादियों की पनाहगाहों को खत्म करने और धन तक उनकी पहुंच रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबद्धताओं का पालन करने के लिए कहता रहा है। सईद की गिरफ्तारी वित्तीय कार्रवाई बल (एफएटीएफ) की प्रतिबद्धताओं के संबंध में पाकिस्तान पर बढ़ते दबाव के तौर पर देखी जा रही है, जिसकी अगली समयसीमा अक्टूबर में है।
पाकिस्तान के पंजाब सरकार ने आतंकवाद रोधी कानून 1997 के तहत 31 जनवरी 2017 को सईद और उसके चार साथियों को नजरबंद किया था। सईद को 2017 नवंबर में नजरबंदी से रिहा किया गया। उसे नवंबर 2008 में मुंबई आतंकवादी हमले के बाद भी नजरबंद किया गया था लेकिन अदालत ने 2009 में उसे रिहा कर दिया था।